Taliban:तालिबान ने मुस्लिम महिलाओं को सार्वजनिक जगहों पर लोगों के बीच पूरी तरह से ढका हुआ बुर्का पहनने का फरमान जारी किया है। न्यूज एजेंसी एएफपी के अनुसार, यह फरमान तालिबान के सर्वोच्च नेता ने मुस्लिम महिलाओं के लिए दिया है। आदेश में यह भी कहा गया है कि अगर बाहर जरूरी काम नहीं है तो महिलाओं के लिए बेहतर होगा कि वे घर में ही रहें। इस समय अफगानिस्तान में तालिबान का राज है। ऐसे में दुनिया के कई देश उनके राज में मानवाधिकारों को लेकर चिंतित है। विशेषकर महिलाओं को लेकर।
तालिबान के आचरण और नैतिकता मंत्री खालिद हनाफी ने कहा, ‘‘हम चाहते हैं कि हमारी बहनें सम्मान और सुरक्षा के साथ रहें।’’ अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद कट्टरपंथियों ने अफगानिस्तान में महिलाओं की स्वतंत्रता पर अंकुश लगाने के लिए कई आदेश दिए हैं। तालिबान ने मुस्लिम महिलाओं को विश्वविद्यालय में शिक्षा ग्रहण करने की इजाजत इस शर्त पर दी थी कि उन्हें इस्लामी ड्रेस कोड का पालन करना होगा।
बता दें कि इससे पहले पिछले साल तालिबान ने मुस्लिम महिलाओं के लिए बुर्का पहनने का फरमान सुनाया था। उस समय महिलाओं ने इंटरनेट पर इस फैसले का विरोध करते हुए अभियान उठाया था। इस अभियान में महिलाओं ने अफगान की पारंपरिक पोशाक को पहनकर विरोध दर्ज किया था।
तालिबान के इस आदेश को लेकर अंतररष्ट्रीय समुदाय द्वारा तालिबान से निपटने की प्रक्रिया भी जटिल हो गई है। यह प्रक्रिया पहले से ही तनावपूर्ण है। उल्लेखनीय है कि तालिबान ने वर्ष 1996-2001 के पिछले शासन काल में भी महिलाओं पर इसी तरह की सख्त पाबंदी लगाई थी।
इस फैसले से तालिबान की संभावित अंतरराष्ट्रीय दानकर्ताओं से मान्यता प्राप्त करने की कोशिश भी बाधित हुई है, वह भी तब जब अफगानिस्तान सबसे बुरे मानवीय संकट से गुजर रहा है।