काबुल: अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद बदले हुए हालात के बीच तालिबान की क्रूरता की भी खबरें आनी लगी हैं। मिली जानकारी के अनुसार तालिबान ने अफगानिस्तान के लोकप्रिय लोकगायक को बर्बरतापूर्वक मार दिया है। पूर्व अफगान सरकार में मंत्री रहे मसूद अंदार्बी ने ये दावा किया है।
अशरफ गनी सरकार में गृह मंत्री रहे मसूद अंदार्बी के अनुसार कुछ दिन पहले ही तालिबान ने सार्वजनिक तौर पर संगीत बजाने या सुनने पर बैन लगाने की बात कही थी। इसके बाद ये घटना सामने आई है। मसूद ने बताया कि लोकगायक फवाद अंदार्बी को शनिवार को बेरहमी से मौत के घाट उतारा गया।
वहीं, एलबीसी न्यूज के अनुसार फवाद को अंदराब में गांव में उनके घर से बाहर घसीटकर लाया गया और फिर गोली मार दी गई। यह जगह पंजशीर घाटी के नजदक है।
इस घटना के बाद मसूद अंदाराबी ने लोक गायक का एक वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा, 'आज उन्होंने लोकगीत गायक, फवाद अंदार्बी को बेरहमी से मार डाला, जो घाटी और उसके लोगों के लिए खुशी ला रहे थे।'
हाल में बुधवार को प्रकाशित न्यूयॉर्क टाइम्स के एक इंटरव्यू में तालिबान के एक प्रवक्ता ने कहा था कि "इस्लाम में संगीत की मनाही है।"
तालिबान की नई सरकार में संस्कृति मंत्री की भूमिका के तौर पर देखे जा रहे जबीहुल्लाह मुजाहिद ने अखबार से कहा कि तालिबान "लोगों को राजी करने" की उम्मीद कर रहा है कि वे संगीत न सुनें।
द गार्डियन के अनुसार, तालिबान ने पिछले शासन में भी संगीत पर प्रतिबंध लगा दिया था। कैसेट टेप को नष्ट कर दिया गया था। संगीत वाद्ययंत्रों पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया था।