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श्रीलंका के राष्ट्रपति ने कोविड-19 लॉकडाउन जारी रखने के कुप्रभावों पर चेताया

By भाषा | Updated: August 21, 2021 16:47 IST

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श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे ने कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों के मद्देनजर देश में 10 दिन के लॉकडाउन की घोषणा की और चेताया कि अगर बंदी लंबे समय तक चली तो जनता को इसका गंभीर कुप्रभाव झेलना पड़ेगा। राजपक्षे ने शुक्रवार को टीवी पर प्रसारित राष्ट्र के नाम संदेश में 21 अगस्त रात 10 बजे से 30 अगस्त सुबह चार बजे तक संक्षिप्त लॉकडाउन लगाने की घोषणा की और कहा कि अगर भविष्य में लंबे समय के लिए लॉकडाउन लगाया जाता है तो जनता को तकलीफें सहने के लिए तैयार रहना होगा। उन्होंने कहा, ‘‘इन मुश्किल हालात में, सभी को परिस्थिति की गंभीरता को समझते हुए रणनीतिक तरीके से देश को आगे ले जाना चाहिए।’’ राजपक्षे ने रेखांकित किया कि लॉकडाउन से देश की अर्थव्यवस्था प्रभावित होगी, खास तौर से पुराने झटके से उबरने की कोशिश कर रहे पर्यटन के क्षेत्र को बहुत दिक्कत होगी। गौरतलब है कि इससे पहले राष्ट्रपति कोविड लॉकडाउन लगाने के स्वास्थ्यकर्मियों के अनुरोध पर कुछ खास ध्यान नहीं दे रहे थे। फिलहाल देश में संक्रमित लोगों की संख्या बहुत ज्यादा है, अस्पतालों, मुर्दाघरों, शमशान हर जगह अफरा-तफरी का माहौल है। अंतत:, देश में लगातार खराब हो रही स्थिति को लेकर बौद्ध भिक्षुओं और उनके अपने राजनीतिक गठबंधन के सदस्यों द्वारा दबाव बनाए जाने पर राष्ट्रपति को झुकना पड़ा और उन्होंने 10 दिनों के संक्षिप्त लॉकडाउन की घोषणा की है। देश में कोरोना वायरस संक्रमण की तीसरी लहर के कारण स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गयी है। मुर्दाघरों में शवों का ढेर लगा है, वे अंतिम संस्कार के लिए ले जाये जाने का इंतजार कर रहे हैं। शुक्रवार को देश में संक्रमण से 195 लोगों के मरने और संक्रमण के 3,839 नये मामले आने की पुष्टि हुई है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, शनिवार तक देश में कोरोना वायरस संक्रमण से मरने वालों की संख्या बढ़कर 6,985 हो गयी है वही, अभी तक कुल 3,81,812 लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। राजपक्षे ने माना कि कोविड-19 से मरने वालों में ज्यादातर लोग ऐसे हैं जिनकी उम्र 60 साल से ज्यादा है, उनका टीकाकरण नहीं हुआ है और उन्हें अन्य बीमारियां भी हैं।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

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