सिंध: पाकिस्तान में अल्पसंख्यक हिंदूओं पर हो रहे अत्याचार और जुर्म की दास्ता थमने का नाम नहीं ले रही है। ताजा मामला सिंध से है, जहां एक हिंदू लड़की ने कथिततौर पर आत्महत्या कर ली है।
फिलहाल मनीषा नाम की इस हिंदू युवती के आत्महत्या के कारणों का तो पता नहीं चला है लेकिन शक जताया जा रहा है कि यह हत्या भी हो सकती है। बताया जा रहा है कि इस घटना से सिंध के अल्पसंख्यक हिंदुओं में काफी रोष व्याप्त है।
इस घटना के संबंध में पाकिस्तान के पत्रकार बिलाल फारूकी ने मृत लड़की की तस्वीर साझा करेत हुए एक ट्वीट किया है। बिलाल ने ट्वीट में लिखा है, "सिंध के मीठी में कल एक और हिंदू लड़की मनीषा ने खुदकुशी कर ली। घटना के विवरण की प्रतीक्षा है। पाकिस्तान में आखिर क्यों हिंदू खुद को मार रहे हैं या पाक अधिकारी इन हत्याओं को आत्महत्या के रूप में क्यों प्रदर्शित करते हैं? आखिर अधिकारी कर क्या रहे हैं?"
मालूम हो कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यक हिंदू और उनमें भी हिंदू महिलाएं इस्लामिक कट्टरपंथियों के निशाने पर रहती हैं। अक्सर खबरें आती है कि धर्म परिवर्तन के लिए हिंदू महिलाओं को कट्टपंथियों द्वारा निशाना बनाया जाता है।
सिंध में ही बीते मार्च महीने में मुस्लिम धार्मिक कट्टरपंथियों ने एक 18 साल की हिंदू लड़की का अपहरण करके जबरन उसका धर्म परिवर्तन करने की कोशिश की लेकिन जब हिंदू लड़की पूजा ने धर्म बदलने से इनकार कर दिया तो गोली मारकर उसकी हत्या कर दी थी।
खबरों के अनुसार पाकिस्तान के सिंध में हर साल बड़े पैमाने पर हिंदू महिलाओं का अपहरण करके उनका जबरन धर्म परिवर्तन किया जाता है। पीपुल्स कमिशन फॉर माइनॉरिटीज राइट्स और सेंटर फॉर सोशल जस्टिस के आंकड़े बताते हैं कि साल 2013 से 2019 के बीच कुल 156 धर्म परिवर्तन की घटनाएं हुईं।
साल 1947 में भारत से होकर नये मुल्क के तौर पर दुनिया के नक्शे पर अपनी पहचना दर्ज कराने वाले पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों में हिंदुओं की तादात सबसे ज्यादा है।
आकड़ों के मुताबिक पाकिस्तान में लगभग 75 लाख हिंदू रहते हैं। जिनमें से अधिकांश हिंदू आबादी सिंध में बसी है जहां अक्सर उनके साथ हिंसा और धर्म परिवर्तन की घटनाएं होती रहती हैं।