मोरक्कोः देश के आंतरिक मंत्रालय ने कहा कि शुक्रवार देर रात मोरक्को में 6.8 तीव्रता के शक्तिशाली झटके के बाद लगभग 300 लोगों की मौत हो गई है। मरने वालों की संख्या अभी और बढ़ने की आशंका है। अल जजीरा के मुताबिक, भूकंप का केंद्र मरेकेश से 72 किलोमीटर पश्चिम में था, जो एक प्रमुख आर्थिक केंद्र है। मोरक्को के ऐतिहासिक शहर मराकेश के चारों ओर बनी प्रसिद्ध लाल दीवारों के कुछ हिस्से क्षतिग्रस्त हो गए हैं। गौरतलब है कि मराकेश यूनेस्को के विश्व धरोहर स्थलों की सूची में शामिल है।
अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के अनुसार, शुरुआत में भूकंप की तीव्रता 6.8 थी, जब यह रात 11:11 बजे आया और झटके कई सेकंड तक रहे। वहीं, मोरक्को के राष्ट्रीय भूकंपीय निगरानी और चेतावनी नेटवर्क ने भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 7 मापी। मोरक्को वासियों ने सोशल मीडिया पर कई वीडियो साझा किए हैं, जिनमें इमारतें ढहकर मलबे में बदली दिखाई दे रही हैं और चारों तरफ धूल नजर आ रही है।
अमेरिकी एजेंसी ने 19 मिनट बाद 4.9 तीव्रता का भूकंप के बाद का झटका आने की सूचना दी। यह मोरक्को में आया अब तक का सबसे अधिक तीव्रता वाला भूकंप है। उत्तरी अफ्रीका के इस देश में भूकंप अपेक्षाकृत कम आते हैं, लेकिन 1960 में अगादिर के पास 5.8 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसके कारण हजारों लोगों की मौत हो गई थी।
शुक्रवार को आए भूकंप का केंद्र मराकेश से लगभग 70 किलोमीटर दक्षिण में एटलस पर्वत की चोटी पर था। यूएसजीएस ने बताया कि भूकंप का केंद्र पृथ्वी की सतह से 18 किलोमीटर गहराई में था, जबकि मोरक्को की एजेंसी के मुताबिक, इसका केंद्र आठ किलोमीटर गहराई में था। ‘पुर्तगीज इंस्टीट्यूट फॉर सी एंड एटमॉस्फियर’ और अल्जीरिया की नागरिक सुरक्षा एजेंसी के अनुसार, भूकंप के झटके पुर्तगाल और अल्जीरिया तक महसूस किए गए।