लाइव न्यूज़ :

पाक पीएम शहबाज शरीफ ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से की मुलाकात, CPEC का विस्तार करने पर दोनों सहमत

By मनाली रस्तोगी | Published: November 02, 2022 3:15 PM

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल के साथ चीन के आधिकारिक दौरे पर हैं। बैठक का मुख्य उद्देश्य सीपीईसी परियोजना को पुनर्जीवित करना था।

Open in App
ठळक मुद्देसीपीईसी चीन और पाकिस्तान को जोड़ने वाली बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का 3,000 किलोमीटर लंबा मार्ग है।यह पाकिस्तान और चीन के बीच एक द्विपक्षीय प्रोजेक्ट है।बलूचिस्तान में विद्रोही समूह सीपीईसी का विरोध कर रहे हैं क्योंकि इससे क्षेत्र के जातीय वितरण को खतरा है।

बीजिंग:चीन के दो दिवसीय दौरे पर आए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने बुधवार को चीन के प्रधानमंत्री शी जिनपिंग से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (CPEC) पर सहयोग बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया। जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, दोनों नेताओं ने अर्थव्यवस्था और निवेश में व्यापक सहयोग पर चर्चा की। 

इसके अलावा दोनों ने क्षेत्रीय और वैश्विक विकास पर विचारों का आदान-प्रदान किया और रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के लिए चर्चा की। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ली केकियांग के निमंत्रण पर एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल के साथ चीन की आधिकारिक यात्रा पर हैं। बता दें कि बैठक का मुख्य उद्देश्य सीपीईसी परियोजना को पुनर्जीवित करना था।

जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, बैठक चीन के ग्रेट हॉल ऑफ द पीपल में हुई, जिसके दौरान दोनों नेताओं ने अर्थव्यवस्था और निवेश में व्यापक सहयोग पर चर्चा की। पाक प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्वीट किया, "प्रधानमंत्री मुहम्मद शाहबाज शरीफ ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की। दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों के सभी क्षेत्रों, विशेष रूप से सीपीईसी परियोजनाओं में आपसी सहयोग पर चर्चा की और रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने पर सहमत हुए।"

सीपीईसी चीन के उत्तर-पश्चिमी झिंजियांग उइगुर स्वायत्त क्षेत्र और पाकिस्तान के पश्चिमी प्रांत बलूचिस्तान में ग्वादर बंदरगाह को जोड़ने वाली बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का 3,000 किलोमीटर लंबा मार्ग है। यह पाकिस्तान और चीन के बीच एक द्विपक्षीय प्रोजेक्ट है, जिसका उद्देश्य ऊर्जा, औद्योगिक और अन्य बुनियादी ढांचा विकास परियोजनाओं के साथ राजमार्गों, रेलवे और पाइपलाइनों के नेटवर्क के साथ पूरे पाकिस्तान में कनेक्टिविटी को बढ़ावा देना है।

हालांकि, बलूचिस्तान में विद्रोही समूह सीपीईसी का विरोध कर रहे हैं क्योंकि इससे क्षेत्र के जातीय वितरण को खतरा है। यह सीपीईसी के लिए खतरा है क्योंकि बलूचिस्तान में स्थित ग्वादर बंदरगाह गलियारे की सफलता की कुंजी है।

टॅग्स :CPECचीनशी जिनपिंगशहबाज शरीफShehbaz Sharif
Open in App

संबंधित खबरें

विश्वTaiwan new President: ताइवान राष्ट्रपति लाई चिंग ते ने शपथ ली, पहले भाषण में चीन से कहा-सैन्य धमकी मत दो...

क्रिकेटVideo: 'यूरोप के लिए शरिया की जरूरत, समाज में समस्याओं के लिए कामकाजी महिलाएं जिम्मेदार', पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेट कप्तान सईद अनवर का वीडियो वायरल

कारोबारAI Jobs: दुनिया के तेजी से बढ़ते बाजारों में से एक भारत, रेड हैट सीईओ मैट हिक्स ने कहा- एआई पर अगर ठीक से काम हो तो मूल्य सृजन होगा और नए उद्योग को जन्म...

विश्वकहां हैं 11वें पंचेन लामा! अमेरिका ने चीन से किया सवाल, 6 साल की उम्र हुआ था अपहरण, 27 साल से लापता हैं

भारतLok Sabha Elections 2024: शिरोमणि अकाली दल ने 'ऐलान-नामा' में कहा, "पाकिस्तान से करतारपुर साहिब को वापस लेंगे"

विश्व अधिक खबरें

विश्वईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी अमेरिका निर्मित बेल 212 हेलिकॉप्टर पर सवार थे, जानें इसके बारे में

विश्वEbrahim Raisi dead: कौन होगा ईरान का अगला राष्ट्रपति? क्या कहता है देश का संविधान? जानें कौन हैं मोहम्मद मोखबर?

विश्वEbrahim Raisi Death: कौन थे ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी? इजराइल पर हमला करने का किया था समर्थन

विश्वIran President Helicopter Crash: ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी की हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत, दुर्घटनास्थल पर नहीं मिला कोई जीवित व्यक्ति

विश्वIran President Helicopter Crash: राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के हेलीकॉप्टर में किसी भी जीवित व्यक्ति का कोई सुराग नहीं