नई दिल्ली: 2023 के लिए नोबेल असेंबली ने फिजियोलॉजी के क्षेत्र में कैटालिन कारिको और ड्रू वीसमैन को पुरस्कार देने की घोषणा हो गई है। यह बात असेंबली के सचिव थॉमस पर्लमैन ने सोमवार को स्टाकहोम में की है।
दोनों को यह पुरस्कार कोविड-19 के विरुद्ध लड़ने के लिए एमआरएनए टीकों का विकास के लिए मिल रहा है। दोनों ने एमआरएनए टीके को प्रभावी बनाने में न्यूक्लियोसाइड आधारित मोडिफिकेशन को खोज निकाला।
पुरस्कार में 1.1 करोड़ स्वीडिश क्रोनर (10 लाख डॉलर) का नकद इनाम दिया जाता है। यह धन पुरस्कार के संस्थापक स्वीडिश नागरिक अल्फ्रेड नोबेल की संपत्ति में से दिया जाता है जिनका 1896 में निधन हो गया था।
दुनिया का यह सबसे जाना माना अवॉर्ड है जिसकी शुरुआत 1901 में हुई थी। इसके बाद से आज तक यह पुरस्कार विभिन्न क्षेत्रों में अहम योगदान देने वालों लोगों एवं संगठनों को यह मिलता आ रहा है। 2023 में इन पुरस्कारों की घोषणा 2 से 9 अक्टूबर के बीच हो जाएगी।
स्वीडिश केमिशट अलफ्रेड नोबेल नोबेल पुरस्कारों को लाने वाले रहे हैं। उनकी मृत्यु 1896 में हुई थी। यह अवॉर्ड मेडिसिन, शांति, अर्थशास्त्र, रसायन शास्त्र, भौतिक विज्ञान और साहित्य के क्षेत्र में मिलता है।
अर्थशास्त्र के क्षेत्र में साल 1969 से नोबेल पुरस्कार मिल रहा है और असल में अवॉर्ड की शुरुआत 1901 से हुई थी। अब तक 975 लोगों और 25 संगठनों को यह पुरस्कार मिल चुका है, इसके अलावा पांच व्यक्ति और दो संगठन को नोबेल मिल चुका है।
किस देश के खाते में गए सबसे ज्यादा नोबेल पुरस्कार-
अभी तक सबसे ज्यादा नोबेल पुरस्कार अमेरिका के खाते में जा चुके हैं। अमेरिका को 406 नोबेल अवॉर्ड मिले हैं।
वहीं, ब्रिटेन इस रेस में दूसरे पायदान पर है जिसके खाते में करीब 138 नोबेल पुरस्कार गए हैं।
इनके साथ ही जर्मनी तीसरे नंबर पर है जिसे 114 पुरस्कार मिल चुके हैं।