भारी हिंसा के बीच अफगानिस्तान में थमा चुनाव प्रचार, राष्ट्रपति पद के लिये 18 उम्मीदवार, शनिवार को चुनाव

By भाषा | Published: September 26, 2019 05:54 AM2019-09-26T05:54:26+5:302019-09-26T05:54:26+5:30

शनिवार को होने वाला चुनाव वास्तव में अप्रैल में होना था लेकिन चुनाव कर्मचारियों के तैयार नहीं होने की वजह से इसे दो बार टाला गया। साथ में अमेरिका भी तालिबान के साथ समझौता करने के लिए बातचीत कर रहा था।

Deadly violence rocks Afghanistan as campaign season ends | भारी हिंसा के बीच अफगानिस्तान में थमा चुनाव प्रचार, राष्ट्रपति पद के लिये 18 उम्मीदवार, शनिवार को चुनाव

प्रतीकात्मक फोटो

Highlightsअफगानिस्तन के कई लोगों ने कहा कि वह शनिवार को होने वाले चुनाव का बहिष्कार करेंगे।उन्हें लगता कि उनके मत की गिनती निष्पक्षता से नहीं होगी।

अफगानिस्तान में शनिवार को होने वाले राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए प्रचार बुधवार को थम गया। देश में इन दिनों खासी हिंसा हुई है। चुनाव के ऐलान के बाद से हिंसा हो रही है और इसके थमने का कोई संकेत नहीं है। राष्ट्रपति अशरफ गनी के प्रचार दफ्तर को निशाना बनाकर विस्फोट किए गए जिसमें मंगलवार देर शाम किया गया विस्फोट भी शामिल है। इसमें एक स्थानीय पत्रकार की मौत हो गई है। 

पिछली बार 2014 में हुए चुनाव में धांधली के आरोप लगे थे और इस बार इसकी आशंका है। बृहस्पतिवार और शुक्रवार को प्रचार बंद रहेगा तथा शनिवार को अफगानिस्तान के बाशिंदे अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे। वे 2014 में निर्वाचित हुए गनी को दूसरा कार्यकाल देने या नहीं देने का निर्णय करेंगे। 

राष्ट्रपति पद के लिए 18 उम्मीदवार मैदान में हैं लेकिन गनी के मुख्य प्रतिद्वंद्वी अब्दुल्ला अब्दुल्ला के अलावा कोई और दौड़ में शामिल नहीं लगता है। अब्दुल्ला अब्दुल्ला को 2014 के चुनाव के बाद ‘मुख्य कार्यकारी’ का पद दिया गया था। दोनों ही प्रमुख उम्मीदवारों ने बुधवार को देशभर में रैलियां की हैं। 

शनिवार को होने वाला चुनाव वास्तव में अप्रैल में होना था लेकिन चुनाव कर्मचारियों के तैयार नहीं होने की वजह से इसे दो बार टाला गया। साथ में अमेरिका भी तालिबान के साथ समझौता करने के लिए बातचीत कर रहा था। हालांकि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बातचीत बंद करने के ऐलान की वजह से यह समझौता अटक गया है। इसके तहत अमेरिका अफगानिस्तान से अपने सैनिकों को वापस बुलाएगा। 

अफगानिस्तन के कई लोगों ने कहा कि वह शनिवार को होने वाले चुनाव का बहिष्कार करेंगे क्योंकि उन्हें लगता कि उनके मत की गिनती निष्पक्षता से नहीं होगी। अफगानिस्तान के स्वतंत्र चुनाव आयोग ने मतदाताओं को विश्वास दिलाने की कोशिश की है। 

आयोग की अध्यक्ष हवा आलम नूरीस्तानी ने कहा, ‘‘हम राष्ट्रपति पद का चुनाव कराने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। सभी तकनीकी और अन्य तैयारियां कर ली गई हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं लोगों को आश्वस्त करती हूं कि चुनाव आयोग में हमारा काम निष्पक्ष होगा।’’ दो महीने पहले प्रचार अभियान के पहले दिन तालिबान के अमरूल्लाह सालेह को निशाना बनाया था जिसमें 20 लोगों की मौत हुई थी।

Web Title: Deadly violence rocks Afghanistan as campaign season ends

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