अमेरिकी उप राष्ट्रपति के दफ्तर तक पहुंचा कोरोना, तो चीन पर बरसे विदेश मंत्री माइक पोंपियो, 'कोरोना वायरस' को बताया 'वुहान वायरस'
By अनुराग आनंद | Updated: March 21, 2020 08:50 IST2020-03-21T08:50:11+5:302020-03-21T08:50:11+5:30
अमेरिकी उप राष्ट्रपति माइक पेनेस के साथ नियुक्त एक अधिकारी कोरोना वायरस पॉजिटिव पाया गया है।

कोरोना वायरस (फाइल फोटो)
वाशिंगटन: कोरोना वायरस ने दुनिया के ज्यादातर मुल्कों को अपने चपेट में ले लिया है। अब खबर है कि अमेरिका के सबसे सुरक्षित जगह व्हाइट हाउस के अधिकारी में भी कोरोना वायरस पॉजिटिव आया है। एएनआई के मुताबिक, अमेरिका के उप राष्ट्रपति माइक पेनेस के साथ नियुक्त एक अधिकारी कोरोना वायरस पॉजिटिव पाया गया है।
इस खुलासे के बाद हड़कंप मचा हुआ है। अब इस बात की जांच की जा रही है कि ये शख्स व्हाइट हाउस में किन किन लोगों के साथ संपर्क में आया था। हालांकि जानकारी मिली है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उप राष्ट्रपति माइक पेनेस पिछले कुछ दिनों से इस व्यक्ति के साथ संपर्क में नहीं हैं।
Disinformation is not only coming from random actors around the world - but also from the Chinese Communist Party, Russia, and the Iranian regime. We must not permit these efforts to undermine our democracy, our freedom, and how we're responding to the Wuhan Virus. pic.twitter.com/WtB2Isrkkf
— Secretary Pompeo (@SecPompeo) March 20, 2020
वहीं, अमेरिका में जारी कोरोना वायरस के कहर के बीच विदेश मंत्री माइक पोंपियो ने चीन पर गलत सूचनाएं फैलाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कोरोना वायरस को 'वुहान वायरस' बताया है। दरअसल, वुहान से ही इस वायरस के संक्रमण का पहला मामला सामने आया था। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि चीन की कम्युनिस्ट पार्टी, रूस और ईरान कोरोना वायरस की महामारी को लेकर गलत सूचनाएं फैला रहे हैं। इसका मकसद लोगों में भय और भ्रम पैदा करना है।
अमेरिकी विदेश मंत्री ने कहा, 'इससे पहले हमने चीन को यह प्रस्ताव दिया था कि हमारे विशेषज्ञ उनकी और डब्लूएचओ की मदद के लिए चीन जाएंगे लेकिन हमें इसकी अनुमति नहीं दी गई। इस तरह की चीजें चीनी कम्युनिस्ट पार्टी ने कीं जिससे दुनिया और विश्वभर के लोग खतरे में आ गए हैं।'
Staffer in US Vice President Mike Pence's office tests positive for #COVID19: AFP news agency pic.twitter.com/7R088PM9us
— ANI (@ANI) March 21, 2020
आपको बता दें कि इससे पहले खुद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी कहा था कि चीन दुनिया से कोरोना वायरस की सच्चाई को छिपा रहा है। यही नहीं ट्रंप ने कहा था कि कोरोना वायरस पर चीन ने प्रारंभिक सूचना छिपाई जिसकी सजा आज दुनिया भुगत रही है।
ट्रंप ने कोरोना वायरस को चीनी वायरस बताते हुए कहा था कि दुनिया उनके कर्मों की बहुब बड़ी सजा सुना रही है। ट्रंप का इशारा इस बात की ओर था कि चीन ने सही समय पर कोरोना वायरस के फैलने की पूरी सूचना साझा नहीं की।