दुनिया के कुछ बेहतरीन पेंटरों में शुमार एस्टेबान मुरिलो को समर्पित है आज यानी 29 नवंबर को गूगल-डूडल। स्पेनिश के पेंटर, जिनका पूरा नाम बार्तालोम एस्टेबान मुरिलो (Google Doodle On Bartolomé Esteban Murillo) है उनके सम्मान के लिए आज गूगल ने उनकी ही पेंटिंग के साथ गूगल-डूडल बनाया है। उनकी 400वीं जयंती पर Celebrating 400 Year of Murillo के नाम से ये गूगल डूडल बनाया गया है। आप भी जानिए स्टेबान मुरिलो और उनकी कुछ फेमस पेंटिंग।
मुरिलो का जन्म 1617 ई. में स्पेन के सविले शहर में हुआ था। दुनिया के कुछ बेहतरीन पेंटरों में शुमार मुरिलो की सबसे फेमस पेंटिंग है टू विमेन एट अ विंडो जिसपर गूगल ने डूडल बनाया है। इस पेंटिंग में एक जवान लड़की खिड़की के सामने देख रही है वहीं दूसरी वृद्ध महिला मुंह छिपाकर शर्माते हुए बाहर देख रही है। तस्वीर में दिखाया गया है कि दोनों ही बारही दुनिया में शामिल होना चाहती हैं।
एस्टेबान मुरिलो ने अपनी शानदार कला का उदाहरण देते हुए समाज के अंदर की ही चीजों को अपने कैनवास पर उतारा है। उनकी बनाई हुए कई पेंटिंग को आज भी याद किया जाता है। बताया तो ये भी जाता है कि मुरिलो इतने प्रसिद्ध पेंटर हो गए थे कि एक बार एक राजा ने उन्हें तस्वीर बनाने से मना भी कर दिया था।
मुरिलो के बचपन की बात करें तो उनके पिता नाई और सर्जन थे। बताया जाता है कि इन्होंने अपने अंकल से पेंटिंग सीखी थी। बचपन में वो जो भी पेंटिंग बनाते थे वो बेच देते थे। उन्हीं का देखा-देखी कई पेंटर मेले में अपनी पेंटिंग बेचने लगे। मुरिलो ने शुरूआत में धार्मिक विषयों पर पेंटिंग बनाई। साल 1682 में उनका निधन हो गया।
उनकी ज्यादातर पेंटिंग्स सेंट पीटर्सबर्ग के म्यूजियम में रखी हुई हैं और वर्ल्ड फेमस 'टू विमेन एट अ विंडो' पेंटिंग वाशिंगटन में नेशनल गैलरी ऑफ आर्ट के संग्रह में है।