पाकिस्तान ने जैश-ए-मोहम्मद सरगना मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र द्वारा वैश्विक आतंकवादी घोषित किए जाने के बाद उसकी संपत्तियां सील करने और उस पर यात्रा प्रतिबंध लगाने का आदेश जारी किया है। पाकिस्तान में रहने वाले अजहर के हथियार खरीदने-बेचने पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है। इस्लामिक स्टेट और अल-कायदा पर संयुक्त राष्ट्र की प्रतिबंध समिति ने बुधवार को अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित किया था। जैश ने फरवरी में जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए हमले की जिम्मेदारी ली थी। पाकिस्तान अपने यहां पल रहे आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर के खिलाफ ऐक्शन को मजबूर हुआ है।
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने बुधवार को जारी अधिसूचना में कहा, ‘‘संघ सरकार को यह आदेश देते हुए प्रसन्नता हो रही है कि अजहर के खिलाफ प्रस्ताव 2368 (2017) का पूर्ण रूप से पालन होगा।’’ सरकार ने अधिकारियों को अधिसूचना के आधार पर जैश सरगना के खिलाफ समुचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। हालांकि इसका दूसरा पहलू यह है कि पाक गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह कहकर दुनिया को भरमाने की कोशिश की है कि मसूद पर कई प्रतिबंध पहले से लगे हुए हैं। दुनियां की आंखों में धूल झोंकने का एक और प्रयास जिस आतंकी को सेना और आइ एस आइ का पूरा समर्थन हो उस पर इस तरह के दिखावटी प्रतिबंध बेमानी हैं।
आपको बता दें कि इस्लामिक स्टेट और अल-कायदा पर संयुक्त राष्ट्र की प्रतिबंध समिति ने बुधवार को अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित किया था। जैश ने ही फरवरी में जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए हमले की जिम्मेदारी ली थी। इस हमले में ष्टक्रक्कस्न के ४० जवान शहीद हो गए थे। इसके बाद भारत और पाकिस्तान के बीच जंग के हालात पैदा हो गए थे।
पाकिस्तान के सिक्यॉरिटी ऐंड ऐक्सचेंज कमिशन ने सभी गैर-बैंकिंग वित्तीय संस्थानों और नियामकीय अधिकारियों से अजहर के सभी खातों को ब्लॉक करने का आदेश जारी किया है। इसमें साफ कहा गया है कि सभी कंपनियां अपने डेटा की जांच कर तीन दिनों के भीतर स्श्वष्टक्क को इस ऐक्शन के बारे में जानकारी दें।
हालांकि पाकिस्तान के गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि अजहर पहले से ही आतंकवाद निरोधक ऐक्ट की चौथी अनुसूची में है और पुलिस की अनुमति के बगैर यात्रा नहीं कर सकता है। उसे कोई भी हथियार रखने से प्रतिबंधित किया गया है। उसका नाम राष्ट्रीय आतंकवाद निरोधक प्राधिकरण की प्रतिबंधित किए गए लोगों की सूची में भी शामिल है।
पाक अधिकारी के इस बयान से इस बात की आशंका बढ़ गई है कि कहीं मसूद अजहर भी पाकिस्तान का दूसरा हाफिज सईद तो नहीं होगा। आपको बता दें कि संयुक्त राष्ट्र द्वारा ब्लैकलिस्ट किए जाने के बाद भी हाफिज सईद पर कोई अंकुश नहीं लगा। बैन किस स्तर के लगे, इसको लेकर कोई ठोस जानकारी नहीं दी गई। वह अब भी खुलेआम घूमता है और सरकार की ओर से पर्याप्त समर्थन भी मिलता है। दुनिया को दिखाने के लिए उसे नजरबंद भी किया गया था लेकिन जल्द ही छोड़ दिया गया।