तालिबान के सत्ता हथियाने के बाद अफगानिस्तान में हालात चिंताजनकर है. वहीं इस मामले में ट्विटर ने कहा कि अफगानिस्तान में लोग ट्विटर पर मदद मांग रहे हैं. हम स्थित पर नजर बनाए हुए हैं. ट्विटर ने कहा हम देश में लोगों को मदद और सहायता लेने के लिए ट्विटर का उपयोग करते हुए भी देख रहे हैं. ट्विटर प्रवक्ता ने कहा, लोगों को सुरक्षित रखना ट्विटर की सर्वोच्च प्राथमिकता है, और हम इस मामले में पूरी सतर्कता बनाए हुए हैं.
वहीं ट्विटर ने यह भी कहा कि, इस दौरान अगर कोई व्यक्ति ट्विटर के नियमों का उल्लंघन करता है तो उस पर एक्शन लिया जाएगा. ट्विटर ने कहा हम अपने नियमों को सक्रिय रूप से लागू करना और ट्विटर के नियमों का उल्लंघन करने वाली सामग्री की समीक्षा करना जारी रखेंगे.
ट्विटर ने कहा कि, अगर कोई ट्विटर पर हिंसा, हिंसा से संबंधित और हिंसा भड़काने वाले और आतंकी विचारधारा को सपोर्ट करने वाले पोस्ट करता है तो उस पर कड़ा एक्शन लिया जाएगा. वहीं इससे पहले फेसबुक ने भी अमेरिकी कानून का हवाला देते हुए कहा है कि हम तालिबानी, तालिबानी विचारधारा और इससे संबंधित किसी भी तरह के पोस्ट के खिलाफ एक्शन लेंगे. इस तरह के पोस्ट और उनके अकाउंट को डिलिट कर दिया जाएगा.
इस मामले में फेसबुक ने प्रवक्ता ने कहा कि, हमारे पास अफगानिस्तान के विशेषज्ञों की एक डेटिकेटेड टीम है. ये टीम स्थानीय भाषा डारी और पश्तो बोलने, समझने और उनका अनुवाद करने में माहिर है. अफगानिस्तान की इस टीम की मदद से न सिर्फ फेसबुक पोस्ट पर कार्रवाई कर रहा है बल्कि ये टीम उन सोशल मीडिया कंटेंट की भी निगरानी कर रही है जो आतंकी गतिविधियों का समर्थन या उनकी विचारधारा का समर्थन कर रहे हों. ऐसे पोस्ट्स को फौरन हटाया जा रहा है.
बता दें कि राजधानी काबुल पर कब्जे के बाद तालिबान ने अफ्गानिस्तान में तख्ता-पटल की घोषणा कर दी है. इस घोषणा के बाद पूरे अफगानिस्तान में कोहराम मच गया है. वहीं काबुल एयरपोर्ट पर देश छोड़ने के लिए लोगों की भारी भीड़ है लेकिन उड़ानों का संचालन अभी रोक दिया गया है. यहां एयरपोर्ट पर कल हुई भगदड़ में पांच लोगों की मौत हो गई थी.