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Afghanistan New Taliban Government: Mullah Mohammad Hassan Akhund होगा तालिबान का नया राष्ट्रपति!

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: September 7, 2021 13:37 IST

अफगानिस्तान में तालिबानी सरकार (Afghanistan New Taliban Government) का गठन होने वाला है. यूं तो तालिबानी सरकार का गठन हो जाना था लेकिन किसी कारणवश इसे एक हफ्ते के लिए टाल दिया गया है. खबर ये भी है कि तालिबान अमेरिका 9/11 की बरसी पर अफगानिस्तान में अपनी सरकार गठन करेगा. वहीं इस बीच चर्चा ये भी है कि अगर तालिबानी सरकार का गठन हुआ तो राष्ट्रपति कौन बनेगा. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, तालिबान ने मुल्ला मोहम्मद हसन अखुंद (Mullah Mohammad Hassan Akhund) को अपना नया राष्ट्राध्यक्ष  चुना है.

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अफगानिस्तान में तालिबानी सरकार (Afghanistan New Taliban Government) का गठन होने वाला है. यूं तो तालिबानी सरकार का गठन हो जाना था लेकिन किसी कारणवश इसे एक हफ्ते के लिए टाल दिया गया है. खबर ये भी है कि तालिबान अमेरिका 9/11 की बरसी पर अफगानिस्तान में अपनी सरकार गठन करेगा. वहीं इस बीच चर्चा ये भी है कि अगर तालिबानी सरकार का गठन हुआ तो राष्ट्रपति कौन बनेगा. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, तालिबान ने मुल्ला मोहम्मद हसन अखुंद (Mullah Mohammad Hassan Akhund) को अपना नया राष्ट्राध्यक्ष  चुना है.

द न्यूज इंटरनेशनल की एक रिपोर्ट के मुताबिक, तालीबना के सीनियर लीडर ने कहा कि, नई सरकार के बुधवार को स्थापित होने की संभावना है, ‘या कुछ और दिनों के लिए देरी हो सकती है.’ ‘अमीरुल मोमिनीन शेख हैबतुल्ला अखुंजादा ने खुद मुल्ला मोहम्मद हसन अखुंद को रईस-ए-जम्हूर, या रईस-उल-वजारा या अफगानिस्तान के नए प्रमुख राज्य के रूप में प्रस्तावित किया था. मुल्ला बरादर अखुंद और मुल्ला अब्दुस सलाम उनके प्रतिनिधि के रूप में काम करेंगे.’

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, तालिबानी नेताओं नें मुल्ला मोहम्मद हसन अखुंद को राष्ट्रपति बनाए जाने की पुष्टी की है.  मुल्ला मोहम्मद हसन अखुंद वर्तमान में तालिबान के शक्तिशाली निर्णय लेने नेतृत्व परिषद के प्रमुख हैं. तालिबान के कंधार में जन्मे मुल्ला मोहम्मद हसन अखुंद सशस्त्र आंदोलन के संस्थापकों में से एक हैं. वहीं इस मामले में तालिबान के एक अन्य नेता की ओर से बयान आया है कि, ‘उन्होंने रहबारी शूरा के प्रमुख के रूप में 20 साल तक काम किया और बहुत अच्छी प्रतिष्ठा अर्जित की है. वह एक सैन्य पृष्ठभूमि के बजाय एक धार्मिक नेता हैं और अपने चरित्र और भक्ति के लिए जाने जाते हैं.’

रिपोर्ट्स के मुताबिक, मुल्ला हसन 20 साल तक शेख हैबतुल्ला अखुंजादा के करीबी रहे हैं. मुल्ला हसन अफगानिस्तान में अपनी पिछली सरकार के दौरान महत्वपूर्ण पदों पर भी काम कर चुके हैं.

वहीं हक्कानी नेटवर्क प्रमुख तालिबान नेता सिराजुद्दीन हक्कानी को नई सरकार में संघीय आंतरिक मंत्री के रूप में प्रस्तावित किए जाने की चर्चा की है. हक्कानी को पूर्वी प्रांतों के लिए गर्वनरों को नामित करने के लिए भी अधिकृत किया गया है.

इसके अलावा तालिबान के संस्थापक मुल्ला मोहम्मद उमर के बेटे मुल्ला याकूब को अफगानिस्तान का रक्षा मंत्री बनाए जाने की पैरवी की गई है. मुल्ला याकूब अपने मदरसे में शेख हैबतुल्लाह अखुंजादा का छात्र रहा है.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शेख हिबतुल्लाह अखुनजादा ने हमेशा अपने पिता और याकूब के काम के प्रति समर्पण के कारण मुल्ला याकूब का सम्मान किया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, शेख हबीबुल्लाह ने ही मुल्ला याकूब को अपने सशस्त्र लड़ाकों का कमांडर इन चीफ नियुक्त किया था.

लेकिन बाद में उसे शक्तिशाली सैन्य आयोग के प्रमुख के रूप में नामित किया है. हालांकि अफगानिस्तान में तालिबानी सरकार में कई अन्य लोगों के नामों की भी चर्चा है. किस शख्स को कौन सा पद मिलेगा ये तस्वीर सरकार के गठन के बाद ही साफ हो पाएगी. 

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