मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस ने भारत की रेटिंग पर अपना परिदृश्य बदलते हुए इसे 'स्थिर' से 'नकारात्मक' कर दिया है। एजेंसी ने कहा कि पहले के मुकाबले आर्थिक वृद्धि के बहुत कम रहने की आशंका है। इससे पहले भारत को लेकर क्रेडिट रेटिंग एजेंसी क्रिसिल और फिच ने भी नेगेटिव रेटिंग्स दिए थे। जिसको लेकर सोशल मीडिया पर केन्द्र की नरेंद्र मोदी सरकार की जमकर आलोचना हो रही है। मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस की रिपोर्ट आने के बाद ट्विटर पर #आओ_मोदी_चौराहे_पर ट्रेंड कर रहा है।
इस ट्रेंड के साथ लोग प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की आलोचना कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि पीएम मोदी ने जितने वादे किए हैं, उसमें कुछ भी पूरा नहीं किया है। ट्विटर पर लोग लिख रहे हैं कि ये सरकार सिर्फ देश की जनता का आर्थिक शोषण कर रही है।
एक ट्विटर यूजर ने लिखा है, #आओ_मोदी_चौराहे_पर क्रेडिट रेटिंग एजेंसी क्रिसिल और फिच के बाद मूडीज ने भारत की रेटिंग को नकारात्मक करार दिया। भाजपाई जरुर कोई भड़काऊ या साम्प्रदायिक बयान देकर देश का आर्थिक शोषण करना चाहेंगे सावधान 130 करोड़ भारतीय भाजपा से।
एक यूजर ने लिखा, मोदी जी ने कहा था अगर नोटबंदी से फायदा नहीं हुआ तो आप लोग जहां चाहे जिस चौराहे पर चाहे वहां आऊंगा। पर नोटबंदी से कोई फायदा तो हुआ नहीं उल्टा देश में व्यापार, रोजगार सब चौपट हो गया।
एक यूजर ने नोटबंदी को देश का सबसे बड़ा घोटाला बताया है।
#आओ_मोदी_चौराहे_पर इस हैशटैग के साथ कई मीम्स भी शेयर किए जा रहे हैं।
कुछ यूजर इसे नोटबंदी से जोड़ रहे हैं। एक यूजर का कहना है कि सारे रेटिंग का नकारात्मक आना नोटबंदी की वजह से हुआ है। बता दें कि आज ही के दिन 8 नवंबर को तीन बरस पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रात आठ बजे दूरदर्शन के जरिए देश को संबोधित करते हुए 500 और 1000 के नोट बंद करने का ऐलान किया था। नोटबंदी की यह घोषणा उसी दिन आधी रात से लागू हो गई। इससे कुछ दिन देश में अफरातफरी का माहौल रहा और बैंकों के बाहर लंबी कतारें लगी रहीं।
क्या कहते हैं मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस और फिच रेटिंग?
जोखिम से बचाव समेत विभिन्न मुद्दों पर परामर्श देने वाली कंपनी फिच सॉल्यूशंस ने भारत के राजकोषीय घाटे को लेकर अपने अनुमान को बुधवार को बढ़ा दिया। चालू वित्त वर्ष 2019-20 में राजकोषीय घाटा सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के 3.6 प्रतिशत पर रह सकता है।
मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस ने भारत की रेटिंग पर अपना परिदृश्य बदलते हुए इसे ‘स्थिर’ से ‘नकारात्मक’ कर दिया है। एजेंसी ने कहा कि पहले के मुकाबले आर्थिक वृद्धि के बहुत कम रहने की आशंका है। एजेंसी ने भारत के लिए बीएए2 विदेशी-मुद्रा एवं स्थानीय मुद्रा रेटिंग की पुष्टि की है। रेटिंग एजेंसी ने एक बयान में कहा, “परिदृश्य को नकारात्मक करने का मूडीज का फैसला आर्थिक वृद्धि के पहले के मुकाबले काफी कम रहने के बढ़ते जोखिम को दिखाता है।