अंग्रेजी के बड़े लेखक शक्सपियर ने कहा था- नाम में क्या रखा है? हालांकि गाहे-बगाहे कई ऐसे मामले आते रहते हैं जो बताते हैं कि कई बार नाम भी अहम हो जाता है। आम तौर पर हर मां-बाप अपने बच्चे का कोई ऐसा नाम रखना चाहता है जो सबसे अलग हो, यागदार हो और प्रेरणादायी भी हो।
कई बार माता-पिता अपने बच्चे का नाम किसी बड़ी सेलिब्रिटी के नाम पर भी रखते हैं। तो वहीं कुछ नाम बड़ा विवाद भी पैदा कर देते हैं। स्वीडन से भी एक ऐसा ही मामला सामने आया है। दरअसल, लहोलम के एक कपल को कहा गया है कि वे अपने बेटे का नाम रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के नाम पर नहीं रख सकते हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, स्वीडिश टैक्स एजेंसी स्कैटेवरकेट ने अपने बेटे का नाम व्लादिमीर पुतिन रखने के लिए कपल के अनुरोध को अस्वीकार कर दिया।
स्वीडन में नाम रखने से पहले बताना जरूरी
स्वीडन में सभी माता-पिता को अपने नवजात शिशुओं के नाम उनके जन्म के पहले तीन महीनों के भीतर स्कैटेवरकेट को बताना है। स्वीडन के नियम के अनुसार यह अनिवार्य है। इस नियम को पहली बार 1982 में लागू किया गया था और फिर 2017 में इसमें कुछ अपडेट किए गए।
स्वीडिश कानून के नियमों के अनुसार बच्चे का वह नाम मंजूर नहीं किया जा सकता जिससे विवाद हो या फिर जो इसे पहले से इस्तेमाल कर रहा हो, उसके लिए उलझन की स्थिति बने।
कानून में यह भी कहा गया है कि किसी व्यक्ति का पहला नाम अन्य लोगों के लिए असुविधा पैदा करने वाला नहीं होना चाहिए। यह कानून उन सभी उम्र के लोगों पर भी लागू होता है जो अपना नाम बदलना चाहते हैं।
बहलहाल, नाम की अस्वीकृति के बावजूद आंकड़े बताते हैं कि स्वीडन में व्लादिमीर नाम के 1,413 लोग हैं, लेकिन पुतिन नाम के केवल दो के ही हैं।
पूर्व में स्वीडिश एजेंसी फोर्ड, पिलजनेर, क्यू (Q), अल्लाह जैसे नामों को खारिज कर चुकी है। हालांकि गूगल और मेटालिका जैसे नामों की अनुमति मिली थी।