पंजिम:गोवा-कर्नाटक सीमा पर स्थित दूधसागर झरने का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में कुछ ट्रेकर्स को कथित तौर पर रेलवे पुलिस द्वारा पकड़ने और उन्हें बतौर सजा के उठक-बैठक करवाते हुए देखा गया है।
ट्वीट और कई आउटलेट्स का यह दावा है कि पर्यटकों के समूह को रेलवे पुलिस ने पकड़ लिया था और उन्हें यह सजा दी थी। बता दें कि दूधसागर गोवा का सबसे प्रसिद्ध पर्यटक स्थलों में से एक है जहां इस सीजन में भारी तादात में सैलानी वहां आते है।
क्या दिखा वीडियो में
सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आया है जिसमें कुछ पर्यटकों के एक ग्रुप जिनके पीठ पर बैग देखा जा सकता है उन्हें रेलवे पुलिस द्वारा सजा दिया जा रहा है। वीडियो में सैलानियों को सजा के तौर पर उठक और बैठक करते और कुछ कहते हुए नजर आ रहा है।
इन सैलानियों के आगे पीछे कुछ लोगों को भी देखा जा सकता है जिनके हाथ में डंडा दिखाई मिल रहा है और वे इन पर्यटकों को धमकाते हुए नजर आ रहे है। इस वीडियो को काफी दूर से बनाया गया है, इसलिए इसमें कई चीजें सही से स्पष्ट नहीं है।
क्या है पूरा मामला
जानकारी के अनुसार, इन पर्यटकों ने निर्धारित स्टेशन से पहले ट्रेन से उतर गए थे और रेलवे लाइन को पार कर सबसे प्रसिद्ध दूधसागर झरने को देखने के लिए गए थे। नियम के अनुसार, इस तरीके से दूधसागर झरने के देखने जाना मना है। यही नहीं ट्रेन की पटरियों को पार करना एक अपराध है और ऐसा करने वालों को सजा मिलती है।
इससे पहले दक्षिण पश्चिम रेलवे ने भी एक ट्वीट किया था और लोगों को पटरियों पर चलने से मना किया था। यही नहीं दक्षिण पश्चिम रेलवे ने एक ट्वीट भी किया है और लोगों को पटरियों पर चलने से मना किया है। इसके अलावा गोवा पुलिस, वन विभाग और रेलवे ने भारी बारिश और दुर्घटनाओं की संभावना को देखते हुए मॉनसून के मौसम में ट्रैकिंग पर प्रतिबंध लगाने के आदेश जारी किए है।