योग गुरु बाबा रामदेव इन दिनों पतंजलि को लेकर आलोचनाओं में घिरे हुए हैं। सोशल मीडिया पर पिछले कुछ दिनों से पतंजलि को बंद करने की मांग की जा रही है। इसी कड़ी में ट्विटर पर फिर से आज (19 नवंबर) #पतंजलिकाबहिष्कार का टॉप ट्रेंड में रहा। इस ट्रेंड के साथ लोगों की मांग है कि लोग पतंजलि के प्रोडक्ट को इस्तेमाल करना पूरी तरह बंद कर दें।
इस ट्रेंड के साथ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने भी ट्वीट किया। दिग्विजय सिंह ने लिखा, ''रामदेव को अरेस्ट करने का ट्रेंड ट्विटर पर देखा। मैंने इनको 2011 में ही ठग कहा था। आपको नहीं लगता कि मैं लोगों के बारे में अच्छे से पता लगा सकता हूं बाकी के मुकाबले।''
वहीं एक वैरिफाइड यूजर ने लिखा, 'तोड़ेंगे नहीं, जब तक छोड़ेंगे नहीं, रामदेव को माफी तो मांगनी पड़ेगी'।
कई यूजर का कहना है कि बाबा रामदेव ने बीजेपी के वोट बैंक के लिए कई बार अपने गलत ट्वीट से लोगों को भ्रमित किया है।
कई ट्विटर यूजर बाबा रामदेव के फेक बयान को भी शेयर कर रहे हैं।
पतंजलि को लेकर बाबा रामदेव क्यों हो रहे हैं ट्रोल
बाबा रामदेव पतंजलि को लेकर इसलिए ट्रोल हो रहे हैं, क्योंकि हाल ही में इकॉनोमिक टाइम्स में छपी एक खबर के मुताबिक बाबा रामदेव की पतंजलि भी अब विदेशी कंपनियों से हाथ मिलाने की तैयारी में है। पतंजलि के सीईओ आचार्य बालकृष्ण ने ‘इकनोमिक टाइम्स’ को दिए गए इंटरव्यू में कहा था कि पतंजलि अब विदेशी मल्टी नेशनल कंपनियों के साथ करार के लिए तैयार है।
लोगों का कहना है जो बाबा रामदेव बहुराष्ट्रीय कंपनियों के खिलाफ अभियान चलाकर लोगों के बीच लोकप्रिय हुए थे वह खुद अब वही काम करना चाहते हैं। इसके अलावा रामदेव की आलोचना पेरियार समेत कई ऐतिहासिक बुद्धिजीवियों के बारे में टिप्पणी करने के लिए भी हो रही है।