'पाकिस्तान से ज्यादा भारत पर ध्यान दे रहे इमरान खान', RSS की पदयात्रा पर पाक पीएम ने साधा निशाना तो यूजर्स ने किया ट्रोल
By रोहित कुमार पोरवाल | Updated: December 28, 2019 13:00 IST2019-12-28T12:59:07+5:302019-12-28T13:00:39+5:30
इमरान खान ने अपने आधिकारिक हैंडल से ट्वीट करते हुए लिखा, ''सभी नरसंहारों को बौना साबित करने के लिए मुस्लिमों के नरसंहार की ओर आरएसएस के बढ़ते कदम को लेकर अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को आंखें खोल लेना चाहिए। जब भी एक निश्चित समुदाय से नफरत पर आधारित हिटलर की भूरी शर्ट वाली नागरिक सेना या आरएसएस बनी, उसने हमेशा नरसंहार किया।''

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान। (फाइल फोटो)
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान का फेवरेट टॉपिक और इंटरेस्ट है- इंडिया और यहां की गतिविधियां। इमरान खान का ट्विटर हैंडल इस बात की तस्दीक करता है। इमरान खान ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) की पदयात्रा वीडियो वाले एक ट्वीट को रीट्वीट करते अंतराष्ट्रीय समुदाय को एक बार फिर कहा कि वह संघ की गतिविधियों को लेकर आंख खोले। यही नहीं, इमरान खान ने कहा कि अब तक के सबसे बड़े नरसंहार की ओर आरएसएस कदम बढ़ा रहा है।
इमरान खान ने अपने आधिकारिक हैंडल से ट्वीट करते हुए लिखा, ''सभी नरसंहारों को बौना साबित करने के लिए मुस्लिमों के नरसंहार की ओर आरएसएस के बढ़ते कदम को लेकर अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को आंखें खोल लेना चाहिए। जब भी एक निश्चित समुदाय से नफरत पर आधारित हिटलर की भूरी शर्ट वाली नागरिक सेना या आरएसएस बनी, उसने हमेशा नरसंहार किया।''
The int community should wake up before RSS on the move leads to genocide of Muslims that will dwarf other genocides. Whenever militias like Hitler's Brown Shirts or RSS are formed, based upon hatred of a certain community, it always ends in genocide. https://t.co/bnxJknIbO6
— Imran Khan (@ImranKhanPTI) December 26, 2019
इमरान खान ने सुचित्रा विजयन नाम के ट्विटर यूजर के ट्वीट को रीट्वीट किया। सुचित्रा ने ट्वीट में लिखा था, ''यह तेलंगाना का आरएसएस का मार्च है। वे लामबंद हो रहे हैं। आरएसएस, एसएस की वैचारिक संतान है। वे खाकी वर्दी में नाजी हैं। अगर अंतर्राष्ट्रीय समुदाय चुप रहता है- आप जारी हिंसा का समर्थन कर रहे हैं।''
इमराम खान के इस ट्वीट पर यूजर्स उन्हें ट्रोल कर रहे हैं। एक यूजर ने लिखा कि इमरान खान का ध्यान पाकिस्तान से ज्यादा भारत पर है।
कुनाल चित्तर नाम के यूजर ने लिखा, "पाकिस्तान का प्रधानमंत्री होते हुए भी यह आदमी अपने देश से ज्यादा हमारे मामलों में ज्यादा रुचि रखता है। मोदी को कभी ट्विटर पर ऐसे ओछे कमेंट करते हुए नहीं देखा।''
This man being a Prime Minister of Pakistan seems to be more interested in our matters than of his own nation. Never saw Modi passing such cheap comments on twitter.
— Kunal Chittar (@kunalchittar) December 27, 2019
कीर्ति तिवारी नाम की यूजर ने लिखा, ''मुझे वाकई लगता है कि इन्हें लगता है कि लाठी पकड़ना और बंदूक पकड़ना एक ही बात है। आरएसएस- भारत का चेहरा। आतंकवाद- पाकिस्तान का चेहरा।''
I really wish this fool understands that holding sticks and holding Guns are not same.. 🤣🤣
— Kirti Tiwari 🇮🇳 (@ikirtitiwari) December 26, 2019
RSS - face of India😎
Terrorism - the face of Pakistan 🤣
इमरान खान के ट्वीट के जवाब में ज्यादातर यूजर्स ने भड़काऊ भाषा का इस्तेमाल किया है, उनमें से कुछ लोगों ने संतुलित भाषा में जो कमेंट किए हैं, वे कुछ इस प्रकार हैं-
RSS is not based on hatred towards any community. You can find Muslims even working in the RSS and wearing this uniform.
Imran Saab, ‘Jinke ghar sheeshe ke hote hain woh doosron ke gharron par patthar nahi phenka karte’!! pic.twitter.com/BmmIIeD1yx
— Capt Harish Pillay (@captpillay) December 27, 2019
Sir please chill. RSS has been around since 1925. And they are “on the move” now and then, part of their drill. Am sure they would have obtained police permission for this march and they didn’t break anything. Relax.
— Siddhartha Das (@sidharthone) December 26, 2019
अपना देश संभल नहीं रहा है औरों की पंचायती करना है
— MADHU SURANA (@madhu_surana) December 27, 2019
बता दें कि 25 अक्टूबर को तेलंगाना के हैदराबाद में आरएसएस ने स्वयं सेवकों का मार्च निकाला, जिसे पदयात्रा का नाम दिया था। आरएसएस ने शहर में तीन दिवसीय शिविर का आयोजन किया। देशभर में संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) को लेकर हो रहे प्रदर्शनों के बीच आरएसएस के मार्च की सोशल मीडिया पर कुछ यूजर आलोचना कर रहे थे। इस बीच संघ स्वयं सेवकों द्वारा हाथ में लाठी लेकर मार्च करने पर भी सोशल मीडिया पर सवाल उठे।