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अद्भुत! अंतरिक्ष में अब तक देखे गए सबसे दूर के तारे की हुई खोज, सूर्य से अरबों साल पहले आ गया था अस्तित्व में

By विनीत कुमार | Updated: March 31, 2022 07:49 IST

हबल अंतरिक्ष दूरबीन ने अभी तक का सबसे सुदूरवर्ती तारे को खोजा है। यह तारा इतना दूर है कि इसकी रोशनी को पृथ्वी तक पहुंचने में 12.9 अरब साल लग गए।

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ठळक मुद्देअंतरिक्ष में अब तक देखे गए सबसे दूर के तारे की खोज, इसके प्रकाश को पृथ्वी तक पहुंचने में 12.9 अरब साल लगे।नया खोजा गया तारा सूर्य से कम से कम 50 से 500 गुना बड़ा और लाखों गुना ज्यादा चमकीला है।अनुमान के अनुसार यह तारा अंतरिक्ष के शुरुआती वर्षों में ही अस्तित्व में आ गया था।

अंतरिक्ष के बारे में लगातार और नया जानने की इंसान की कोशिशों के बीच एक अद्भुत तलाश वैज्ञानिकों ने की है। दरअसल नासा के हबल स्पेस टेलीस्कोप की मदद से वैज्ञानिकों ने अब तक के देखे गए सबसे दूर के एक अकेले तारे का पता लगाया है। इसका उपनाम एरेन्डेल (Earendel) रखा गया है। इसकी दूरी करीब 28 अरब प्रकाश वर्ष है।

एरेन्डेल (Earendel) एक पुराना अंग्रेजी का शब्द है जिसका मतलब 'सुबह का तारा' या 'उगता हुआ तारा' होता है। वैज्ञानिकों को उम्मीद है कि इस तारे की खोज से हमारे अंतरिक्ष के अस्तित्व में आने के शुरुआती वर्षों के बारे में और अधिक जानकारी मिल सकेगी।

बिग बैंग के कुछ साल बाद बन गया था Earendel तारा

अनुमान के अनुसार नया खोजा गया तारा Earendel ब्रह्मांड में करीब 13.8 साल पहले हुए बिग बैंग के ठीक बाद पहले कुछ अरब वर्षों के भीतर ही अस्तित्व में आ गया था। नासा ने इस तारे की खोज को 'रिकॉर्ड-ब्रेकिंग' बताया है। इसके बारे में बुधवार को रिपोर्ट प्रकाशित की गई।

हबल के आधिकारिक पेज पर इस खोज के बारे में कहा गया है, 'नया खोजा गया तारा इतनी दूर है कि उसके प्रकाश को पृथ्वी तक पहुंचने में 12.9 अरब साल लगे हैं, हमें ऐसा लगता है कि यह प्रक्रिया तब शुरू हुई जब अंतरिक्ष अपनी वर्तमान आयु का केवल 7 प्रतिशत था।' 

सूर्य के मुकाबले काफी विशाल और चमकीला है Earendel 

शोध दल का अनुमान है कि यह नया खोजा गया तारा सूर्य से 50 से 500 गुना बड़ा और लाखों गुना ज्यादा चमकीला है। एक तरह से यह ज्ञात मौजूदा बड़े तारों को इन मामलों में टक्कर देता नजर आता है।

बाल्टमोर के जॉन्स हॉपकिन्स विश्वविद्यालय के ब्रायन वेल्च के नेतृत्व में टीम ने इस खोज में अहम योगदान दिया। खोज के बारे में बात करते हुए, ब्रायन वेल्च ने कहा, 'ऐसा लगता है कि हम वास्तव में एक दिलचस्प किताब पढ़ रहे हैं, लेकिन हमने दूसरे अध्याय के साथ शुरुआत की और अब हमारे पास यह देखने का मौका होगा कि यह सब कैसे शुरू हुआ।'

एरेन्डेल (Earendel) तारे पर जल्द ही वेब टेलीस्कोप (Webb telescope) का उपयोग कर नजर रखा जाएगा। वेब टेलीस्कोप में इंफ्रारेड लाइट के प्रति उच्च संवेदनशीलता है, जिसकी जरूरत इस तारे के बारे में और जानने के लिए पड़ेगी। ऐसा इसलिए क्योंकि इस तारे का प्रकाश ब्रह्मांड के विस्तार के साथ लंबी इंफ्रारेड वेबलेंथ में बदल गई है।

खोजी टीम के सदस्य जोस मारिया डिएगो ने कहा, 'वेब से ली गई तस्वीरें और स्पेक्ट्रा हमें यह पुष्टि करने की अनुमति देगा कि एरेन्डेल वास्तव में एक तारा है, और इसकी आयु, तापमान, द्रव्यमान और रेडियस को लेकर अधिक विस्तृत जानकारी मिल सकेगी।'

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