अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहनेवाले ऑल इंडिया इमाम एसोसिएशन के अध्यक्ष मौलाना साजिद रशीदी ने राम मंदिर को लेकर विवादित बयान दिया है। मौलाना साजिद ने कहा कि इस देश की एक हिस्ट्री ( इतिहास) लिखी जाएगी। और उस हिस्ट्री की बुनियाद पर हमारी आनेवाली नस्लें राम मंदिर को तोड़कर मस्जिद बनाएंगी।
एक टीवी चैनल से बात करते हुए मौलाना साजिद ने कहा आज मुसलमान खामोश है। लेकिन आने वाले समय में एक हिस्ट्री ये लिखी जाएगी कि 1992 में बाबरी मस्जिद को तोड़ा गया। और उसके बाद में उस वक्त के प्रधानमंत्री ने जाकर राम मंदिर का शिलान्यास किया। जो संविधान के बिल्कुल विरूद्ध है।
मौलाना साजिद रशीदी ने कहा, आज हमने एक ऐसी हिस्ट्री को क्रिएट कर दिया, आज मुसलमान खामोश है। लेकिन मेरी आने वाली नस्ल। मेरा बेटा, मेरा पोता, उसका पोता... 50-100 साल के बाद उनके सामने जब हिस्ट्री आएगी कि हमारी मस्जिद को तोड़कर मंदिर बना दिया गया था तो उस वक्त में हो सकता है कि मुस्लिम शासक हो, मुस्लिम जज हो या फिर मुस्लिम शासन आ जाए,कुछ नहीं कहा जा सकता कि क्या फेरबदल आ जाए। तो क्या उस हिस्ट्री के बुनियाद पर उस मंदिर को तोड़कर मस्जिद नहीं बनाई जाएगी? रशीदी ने कहा, बिल्कुल बनाई जाएगी। एक ऐसी परंपरा, एक ऐसी बुनियाद डाल दी है इन लोगों ने।
साजिद रशीदी अक्सर अपने बयानों को लेकर विवादों में रहते हैं। इससे पहले उत्तर प्रदेश में निजी मदरसों के सर्वे कराए जाने के राज्य सरकार के फैसले पर उन्होंने विवादित बयान दिया था। रशीदी ने कहा था कि सरकार निजी मदरसों का सर्वे कराने की बात कह रही है। मदरसों से अपील करते हैं कि नोटिस लेकर आने वाले सर्वे टीम का वे स्वागत 'चप्पल-जूते' से करें। वे सर्वे टीम को 2009 का कानून भी दिखाएं। मौलाना के इस बयान पर यूपी सरकार के पूर्व मंत्री मोहसिन रजा ने कड़ी प्रतिक्रिया दर्ज करायी थी।