नई दिल्लीः शॉर्ट वीडियोज के लिए मशहूर सोशल मीडिया ऐप ने हमेशा रचनाकारों (क्रिएटर्स) के विकास के लिए एक मंच प्रदान किया है। कई क्रिएटर्स ने इस ऐप के जरिए अपने सपनों को सच किया है। ऐसे ही एक क्रिएटर हैं नदीम जिन्होंने शुरुआत में काफी संघर्ष किया लेकिन आखिरकार आज वह अपने सपने को जी रहे हैं।
नदीम उत्तर प्रदेश के एक छोटे से गाँव बावन खीरी के रहने वाले हैं जो दिव्यांग हैं। नदीम एक ऐसे दिव्यांग रचनाकार हैं जिन्हें अपना संगीत एल्बम बनाने का शौक है। उन्होंने अपनी टीम के साथ म्यूजिक वीडियो बनाना शुरू किया और अन्य प्लेटफॉर्म पर अपनी सामग्री को मोनेटाइज करने के लिए एक चैनल बनाया। हालांकि कुछ ही दिनों में नदीम की टीम टूट गई और उनका चैनल बंद हो गया।
चैनल बंद हो गया लेकिन नदीम का सपना जिंदा रहा। उन्होंने इसके बाद अपना खुद का चैनल बनाया लेकिन कमाई जीरो रही। नदीम एक मध्यमवर्गीय परिवार से ताल्लुक रखते हैं और सहायिका (पंचायत सचिव - हेल्पर) के रूप में भी काम करते थे लेकिन यह नौकरी भी छूट गई।
नदीम ने अपने सपने को पूरा करके के लिए 21 सितंबर, 2020 को जोश ऐप पर अपनी यात्रा शुरू की। यहां वह अपना हूनर दिखाने लगे। इसके बाद जो हुआ वह अप्रत्याशित रहा। नदीम लगातार ऊंचाइयां छूते गए। अपनी विकलांग स्थिति के बावजूद, नदीम हमेशा जोश की चुनौतियों में भाग लेने की कोशिश करते हैं, चाहे डांस हो या लिपसिंक। उन्हें जोश ब्रांड यूजीसी कोलाब वीडियो मिल रहे हैं और ऐप से अच्छी कमाई हो रही है।
फिलहाल उनके लिए 'JOSH' ऐप ही कमाई का जरिया है। वह इसे लेकर बहुत खुश हैं और मंच पर खुद को विकसित करने के लिए कड़ी मेहनत करने को तैयार हैं।