दुमका: समाज में धर्म को लेकर एक-दूसरे से नफरत जैसे किस्से अब आम होते जा रहे हैं। आम दिनों से लेकर चुनाव तक में हिंदू-मुस्लिम विषय छाया रहता है पर इन सबके बीच झारखंड के दुमका से भाईचारे की मिसाल पेश करने वाली कहानी सामने आई है। दुमका में दरअसल एक मुस्लिम शख्स ने भगवान कृष्ण के मंदिर का निर्माण कराया है।
दुमका: मुस्लिम शख्स ने अपने खर्च पर बनवाया मंदिर
न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार दुमका के नौशाद शेख ने अपने पैसे लगाकर भगवान कृष्ण का मंदिर बनवाया है। नौशाद शेख दुमका-बीरभूम जिला के सीमा पर स्थित रानीश्वर प्रखंड के महिषबाथन गांव के रहने वाले हैं। इन्होंने अपने गांव में ही इस मंदिर का निर्माण कराया है।
नौशाद ने बताया, 'इस मंदिर की स्थापना के लिए मुझे 2019 में सपना आया था। आज यह मंदिर बनकर तैयार हो गया है। सोमवार को मंदिर में जलाभिषेक होगा। सारा खर्च मैं ही कर रहा हूं।'
इस मंदिर में श्री कृष्ण के पार्थसारथी स्वरूप की विराट प्रतिमा स्थापित की गई है। 14 फरवरी को इस मंदिर में भगवान श्रीकृष्ण की प्रतिमा का प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। इसके लिए आयोजन भी भव्य किया गया है।
भगवान श्रीकृष्ण की मिट्टी से बनी मूर्ति की पूजा करते थे गांव वाले
इस मंदिर से पहले यहां के गांव वाले अस्थायी पंडाल में स्थापित भगवान श्रीकृष्ण की मिट्टी से बनी मूर्ति की पूजा कर रहे थे लेकिन अब भव्य मंदिर तैयार है। प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा के लिए आसपास के गांव वालों सहित पंडित-पुरोहित को भी आमंत्रित किया गया है। मंदिर के सामने यज्ञशाला भी बनवाया जा रहा है। साथ ही मंदिर में एक स्थाई पुरोहित के रहने के लिए घर भी बनवाया जा रहा है।
कश्मीर से भी आई हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल वाली तस्वीर
जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर से भी ऐसी ही एक कहानी आई है जहां एक हिंदू मंदिर की देखभाल मुस्लिम पिता-बेटे की जोड़ी कर रही है। दोनों काफी समय से इस मंदिर की देखभाल कर रहे हैं।
मुस्लिम पिता-पुत्र न केवल मंदिर का रखरखाव करते हैं बल्कि इसकी सुरक्षा की जिम्मेदारी भी उन्होंने ले रखी है। एक स्थानीय शख्स ने बताया कि ये कश्मीर में भाईचारे का उदाहरण है।