नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को लेकर जाफराबाद में दिल्ली पुलिस की तैनाती का एक वीडियो सामने आया है जिसमें दिल्ली पुलिस के जवान कथित तौर पर भारतीय सेना का ड्रेस पहने हुए हैं। न्यूज एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि भारतीय सेना ने इस वीडियो पर एक्शन लेने की बात कही है। भारतीय सेना ने स्पष्ट कहा है कि राज्य पुलिस दिशा-निर्देशों के तहत सेना की वर्दी नहीं पहन सकती है।
जाफराबाद प्रदर्शन पर एएनआई द्वारा किए गए ट्वीट
सबसे पहले 22 फरवरी रात 11:51 PM को एएनआई ने ट्वीट किया, नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के बाहर महिलाएं एकत्रित हो रही हैं।
इसके बाद 23 फरवरी को 2:10 AM में एएनआई ने ट्वीट किया, जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के नजदीक नागरिकता संशोधन बिल के खिलाफ महिलाओं का प्रदर्शन जारी है। भारी सुरक्षा बल की तैनाती। डीसीपी-ईस्ट वेद प्रकाश सूर्य मौके पर मौजूद।
23 फरवरी को सुबह 7:53 AM में एएनआई ने ट्वीट किया, जाफराबाद मेट्रो स्टेशन क्षेत्र में सुरक्षा बलों की तैनाती हुई। महिलाओं का प्रदर्शन जारी। एएनआई ने चार तस्वीरों के साथ ये ट्वीट किया जिसमें बुर्का पहने दो महिलाओं को भी देखा जा सकता है। इसके अलावा हेलमेट पहने दिल्ली पुलिस के जवान भी दिख रहे हैं।
23 फरवरी को ही सुबह 10:00 AM में एएनआई ने एक वीडियो ट्वीट किया, जाफरा मेट्रो स्टेशन के पास भारी सुरक्षा बलों की तैनाती। प्रदर्शनकारी नागिरकता संशोधन कानून के खिलाफ मेट्रो स्टेशन के नजदीक आंदोलन कर रहे हैं। इस वीडियो में दिल्ली पुलिस के अलावा सेना द्वारा पहने जाने वाले ड्रेस की तरह जवान दिख रहे हैं। यह वीडियो एक मिनट चार सेकेंड का है।
23 फरवरी रात 8:43 PM में एएनआई ने ट्वीट किया, 'भारतीय सेना के सूत्रों ने बताया कि भारतीय सेना की वर्दी पहनने वाले राज्य पुलिस बलों और निजी सुरक्षा एजेंसियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।' भारतीय सेना के सूत्रों ने कहा कि नीतिगत दिशानिर्देश हैं, जिसके अनुसार अर्धसैनिक और राज्य पुलिस बल के जवान सेना द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली वर्दी नहीं पहन सकते।
इंडियन आर्मी ने अपने ऑफिशियल अकाउंट (@adgpi) से किए ट्वीट में कहा, 'यह स्पष्ट किया जाता है कि आंतरिक सुरक्षा के लिए भारतीय सेना की तैनाती नहीं की गई थी।