वाशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने वैश्विक महामारी कोरोना वायरस पर कुछ ऐसा कहा, जो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। वायरल हुए वीडियो में डोनाल्ड ट्रंप को कहते हुए सुना जा सकता है, ''बॉडी को पावरफुल लाइट से हिट कीजिए और डिसइंफेकटेंट या हैंड सैनिटाइजर को शरीर में इंजेक्ट कर कीजिए। जिसके बाद वायरस मर जाएगा और सबकुछ ठीक हो जाएगा। क्या ऐसा हो सकता है?'' असल में डोनाल्ड ट्रंप ऐसा बयान नहीं दे रहे हैं कि बल्कि अपने पास बैठे अमेरिकी वैज्ञानिकों से सवाल करते हुए पूछ रहे हैं कि क्या कोविड-19 का ऐसा इलाज भविष्य में संभव हो पाएगा।
वीडियो में ट्रंप कह रहे हैं कि क्या डिसइंफेकटेंट को हम इंजेक्ट कर सकते हैं...मतलब सुई के जरिए शरीर अंदर पहुंचा देंगे तो क्या वायरस मर जाएगा, जैसे हम अपने हाथों में यूज करते हैं जो एक मिनट में वायरस को मार देता है। डोनाल्ड ट्रंप ने यह सवाल कोरोना वायरस पर व्हाइट हाउस में अपने नियमित संवाददाता सम्मेलन के दौरान किया।
डोनाल्ड ट्रंप ने यह सवाल तब किया जब होमलैंड सिक्योरिटी के साइंस एंड टेक्नोलॉजी डिपार्टमेंट के एडवाइजर विलियम ब्रायन ने व्हाइट हाउस में पत्रकारों को बताया कि सरकारी वैज्ञानिकों ने एक रिसर्च में पाया है कि सूरज की किरणों का पैथोगेन पर संभावित असर पड़ता है। आज तक की हमारी रिसर्च में सबसे खास बात यह पता चली है कि सौर प्रकाश सतह और हवा में इस वायरस को मारने की क्षमता रखता है. तापमान और नमी में भी इसी तरह के नतीजे सामने आए हैं।
डोनाल्ड ट्रंप के इस सवाल 'पावरफुल लाइट से बॉडी हिट करें और सैनिटाइजर को शरीर के अंदर इंजेक्ट' वाली लाइन को लोग ट्विटर पर शेयर कर ट्रोल कर रहे हैं। कई ट्विटर यूजर उनके इस अजीब सवाल के लिए आलोचना भी कर रहे हैं।
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डोनाल्ड ट्रंप का दावा, गर्मी में कोरोना वायरस के जीवित रहने की संभावना कम
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने वैश्विक महामारी कोरोना वायरस को लेकर कहा है कि ये वायरस गर्म और नम वातावरण में कम वक्त के लिए जीवित रह सकता है। अमेरिकी डिपार्टमेंट ऑफ होमलैंड सिक्योरिटी (DHS) की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा, कोरोना वायरस गर्म और नम वातावरण में ज्यादा नहीं रह सकता है, इसके उलट ये वायरस ठंड और शुष्क मौसम में लंबे समय तक रहता है।
ट्रंप ने कोरोना वायरस पर व्हाइट हाउस में अपने नियमित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि डिपार्टमेंट ऑफ होमलैंड सिक्योरिटी (DHS) के वैज्ञानिकों नई रिपोर्ट दी है। जिसमें कहा गया है कि ये वायरस अलग-अलग तापमान और अलग क्लाइमेट में ये वायरस दूसरे तरीके से काम करता है। ट्रंप ने कहा, हमारे वैज्ञानिकों ने पाया है कि ये गर्म तापमान में ज्यादा खतरनाक नहीं हो सकता है।