वॉशिंगटन डीसी: अमेरिकी रेगुलेटर्स ने शुक्रवार को देश के बड़े और पुराने बैंकों में से एक सिलिकॉन वैली बैंक (Silicon Valley Bank) को बंद कर देने का आदेश दे दिया है। ऐसे में यह आदेश उस समय आया है जब पिछले ही महीने बैंक को फोर्ब्स पत्रिका द्वारा अमेरिका के सर्वश्रेष्ठ बैंको की सूची में जगह दी गई थी।
यही नहीं इसी महीने एसवीबी फाइनेंशियल ग्रुप द्वारा एक ट्वीट भी किया गया था और कहा गया था कि फोर्ब्स द्वारा सिलिकॉन वैली बैंक के मूल कंपनी एसवीबी फाइनेंशियल ग्रुप को अमेरिका के सर्वश्रेष्ठ बैंकों की वार्षिक रैंकिंग में लगातार 5वें साल स्थान प्राप्त करने पर गर्व है। ग्रुप ने पब्लिकेशन्स इनॉगरल फाइनेंशियल ऑल स्टार्स लिस्ट में शामिल होने पर गर्व करने की बात कही थी। ऐसे में सोशल मीडिया यूजर्स अब फोर्ब्स जैसी संस्थाओं को लेकर तंज कस रहे है।
कैसै-कैसे हुआ पतन
आपको बता दें कि 14 फरवरी 2023 को अमेरिका के मशहूर बिजनेस मैगजीन फोर्ब्स ने 100 सर्वश्रेष्ठ बैंकों की अपनी 14वीं वार्षिक सूची जारी की थी। इस सूची में सिलिकॉन वैली बैंक के मूल कंपनी एसवीबी फाइनेंशियल ग्रुप को फोर्ब्स द्वारा 20वां स्थान दिया गया था। इसके ठीक बाद 7 मार्च 2023 को एसवीबी फाइनेंशियल ग्रुप ने ट्वीट कर फोर्ब्स की सूची में लगातार शामिल होने पर गर्व करने की बात कही थी।
ऐसे में इस ट्वीट के ठीक तीन दिन बाद लगभग 40 साल से चल रहे सिलिकॉन वैली बैंक को अमेरिकी रेगुलेटर्स ने बंद करने का आदेश दे दिया है। इस आदेश के बाद सिलिकॉन वैली बैंक और एसवीबी फाइनेंशियल ग्रुप पर सवाल खड़े हो रहे है। सोशल मीडिया यूजर्स इस पर सवाल उठाते हुए इसे लेकर तरह-तरह की प्रतिक्रिया दे रहे है।
मामले में क्या कहना है सोशल मीडिया यूजर्स का
सोशल मीडिया यूजर्स इस मुद्दे को लेकर फोर्ब्स जैसी बिजनेस मैगजीन पर तंज कर रहे है और इसे लेकर अलग-अलग प्रतिक्रिया दे रहे है। यूजर्स का कहना है कि जिस फोर्ब्स ने पिछले महीने सिलिकॉन वैली बैंक को सर्वश्रेष्ठ बैंकों की सूची में रखा था, आज वहीं बैंक बंद हो गए है। यूजर्स का यह भी कहना है कि इसी तरीके की ये संस्थाएं है जो भारत के लिए भी रैकिंग करती है और इंडिया को कई मायनों में दुनिया के दूसरे देशों से कम बताती है।
इस पर बोलते हुए एक यूजर ने लिखा, "ऐसी ही रैंकिंग श्रीलंका को भारत से समृद्ध, पाकिस्तान को भारत से खुशहाल और भारतीय लोकतंत्र को हॉन्गकॉन्ग से बदहाल बताती हैं!"एक और यूजर ने लिखा कि इसी तरीके की संस्थाएं है जो भारत को हंगर इंडेक्स में सोमालिया से नीचे बताया है।
ऐसे में कई यूजर्स का यह भी कहना था कि इस तरह की रैंकिंग देने वाली मैगजीन व संस्थाएं अमेरिका में रहकर अमेरिकी कंपनी व बैंकों की जानकारी नहीं रखती है और जिस बैंक को सर्वश्रेष्ठ बताकर 20वां स्थान देती है, वह ही आगे जाकर बंद हो जाता है। उनके अनुसार, ऐसी संस्थाएं भारत के लिए भी रैंकिग करती है तो इनके आंकड़ों पर कितना भरोसान करना चाहिए।