मुंबई: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के आधिकारिक लेटरहेड पर लिखा गया एक चिट्ठी सोशल मीडिया पर वायरल है। चिट्ठी में मुस्लिम महिलाओं को 'फंसाने' के बारे में 12 बातें बताई गयी हैं और कहा गया है कि आरएसएस 15 दिनों का प्रशिक्षण देगा कि कैसे मुस्लिम महिलाओं को धर्मांतरित किया जाए और उन्हें 'सनातन धर्म' में लाया जाए। इन जोड़ों को अपना नया घर बसाने में मदद के लिए 5 लाख रुपये का अनुदान भी दिया जाएगा।
इस लेटर को ट्विटर पर शेयर करते हुए एक यूजर ने हिंदी में लिखा, "हिन्दू लड़के कॉलेज और ऑफिस में मुस्लिम लड़की को अपने प्यार में डलवाएं और उसके साथ शारीरिक संबंध स्थापित करें ताकि वह अपने परिवार को छोड़कर भागने के लिए तैयार हो जाए। घर बसाने के लिए देंगे 5 लाख की मदद: आरएसएस।" हालाँकि, ऑल्ट न्यूज ने अपनी रिपोर्ट में इस चिट्ठी को फेक यानि की फर्जी करार दिया है।
ऑल्ट न्यूज ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि पत्र बिना किसी तिथि या प्रेषक के नाम के है। यह केवल इतना कहकर समाप्त होता है, "कॉपी- अखिल भारतीय हिंदू समाज, बजरंग दल, हिंदू सेना, हिंदू युवा वाहिनी, समस्त हिंदू समाज।" इसके बाद ऑल्ट न्यूज ने ट्विटर पर की-वर्ड्स से सर्च किया और आरएसएस द्वारा अतीत में जारी किए गए तीन लेटर को देखा, जिनका फॉर्मेट सर्कुलेशन में लेटर जैसा ही था।
रिपोर्ट में बताया गया है कि आरएसएस के आधिकारिक चैनलों के माध्यम से जारी किए गए पत्रों की तुलना में वायरल पत्र में कुछ मूलभूत अंतर थे। रिपोर्ट में ये भी बताया गया कि वायरल और असल पत्र के ऊपरी-बाएँ कोने पर स्थित लोगो मेल नहीं खाते। वास्तव में मूल आरएसएस पत्र में लोगो के नीचे एक मोटो होता है जिसमें लिखा होता है, "संघे शक्ति: कलौयुगे", जो वायरल पत्र में गायब है।