आरएसएस नेता इंद्रेश कुमार का बीजेपी पर तंज, कहा- "जो लोग अहंकारी हो गए उन्हें भगवान राम ने 241 पर रोक दिया"
By मनाली रस्तोगी | Published: June 14, 2024 11:03 AM2024-06-14T11:03:56+5:302024-06-14T11:04:01+5:30
यह टिप्पणी आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के उस बयान के बाद आई है जिसमें उन्होंने कहा था कि एक सच्चे 'सेवक' में अहंकार नहीं होता और वह 'गरिमा' बनाए रखते हुए लोगों की सेवा करता है।
नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के नतीजों पर कड़ी टिप्पणी करते हुए आरएसएस नेता इंद्रेश कुमार ने गुरुवार को सत्तारूढ़ भाजपा को अहंकार के लिए और विपक्षी इंडिया गठबंधन को राम विरोधी होने के लिए आड़े हाथों लिया। रामरथ अयोध्या यात्रा दर्शन पूजन समारोह में बोलते हुए आरएसएस के राष्ट्रीय कार्यकारी सदस्य ने प्रतिद्वंद्वियों का नाम नहीं लिया, लेकिन सुझाव दिया कि चुनाव परिणाम उनके दृष्टिकोण को दर्शाते हैं।
उन्होंने नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा के स्पष्ट संदर्भ में कहा, "जिस पार्टी ने भक्ति की लेकिन अहंकारी हो गई, उसे 241 पर रोक दिया गया, लेकिन उसे सबसे बड़ी पार्टी बना दिया गया।" उन्होंने स्पष्ट रूप से भारत गुट का जिक्र करते हुए कहा, ''और जिनकी राम में कोई आस्था नहीं थी, उन्हें एक साथ 234 पर रोक दिया गया।"
उन्होंने कहा, "लोकतंत्र में रामराज्य का 'विधान' देखिए; जिन्होंने राम की भक्ति तो की लेकिन धीरे-धीरे अहंकारी हो गए, वह पार्टी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी, लेकिन जो वोट और सत्ता मिलनी चाहिए थी, भगवान ने उनके अहंकार के कारण रोक दी। जिन्होंने राम का विरोध किया, उनमें से किसी को सत्ता नहीं दी गई। यहां तक कि सभी को मिलाकर भी नंबर दो बना दिया गया। ईश्वर का न्याय सच्चा और आनंददायक है।"
उन्होंने कहा, "जो लोग राम की पूजा करते हैं उन्हें विनम्र होना चाहिए और जो राम का विरोध करते हैं, भगवान स्वयं उनसे निपटते हैं।" उन्होंने कहा कि भगवान राम भेदभाव नहीं करते और दंड नहीं देते। उन्होंने कहा, "राम किसी को विलाप नहीं कराते। राम सबको न्याय देते हैं। वह देते हैं और देते रहेंगे। भगवान राम हमेशा न्यायप्रिय थे और न्यायप्रिय रहेंगे।"
कुमार ने यह भी कहा कि भगवान राम ने लोगों की रक्षा की और रावण का भी भला किया। यह टिप्पणी आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के उस बयान के बाद आई है जिसमें उन्होंने कहा था कि एक सच्चे 'सेवक' में अहंकार नहीं होता और वह 'गरिमा' बनाए रखते हुए लोगों की सेवा करता है।