नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर पुलिस के निलंबित पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) दविंदर सिंह के मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने 30 अप्रैल को एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। जिसपर आरोप है कि कथित तौर पर वह आतंकवादियों को हथियार बेचता था। गिरफ्तार व्यक्ति की पहचान तारिक मीर के तौर पर हुई है। आरोपी वर्ष 2014 में भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर राज्य विधानसभा का चुनाव लड़ चुका है। लेकिन वह हार गया था। इस खबर के सामने आने के बाद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सोशल मीडिया पर ट्रोल हो रही है। कांग्रेस के कई नेताओं ने बीजेपी पर सवाल उठाए हैं।
तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस सेवादल ने अपने अधिकारिक ट्विटर हैंडल से लिखा है, 'BJP में हमेशा आतंकियों के प्रति सहानुभूति क्यों है?'
कांग्रेस की सोशल मीडिया से जुड़ी नेता रुचिरा चतुर्वेदी ने लिखा है, आतंकवादियों को हथियार मुहैया कराने के लिए भाजपा से जुड़े एक पूर्व सरपंच को गिरफ्तार किया गया है। दिन की कहानी। आइए देखें कि कितने चैनल इस पर चर्चा करते हैं।
रुचिरा चतुर्वेदी ने अपने एक ट्वीट में लिखा है, क्या गोदी मीडिया उनसे सवाल करने की हिम्मत रखती है,
गौरव पांधी, जो कांग्रेस के सोशल मीडिया पर लिखा है, 'स्थानीय बीजेपी नेता और शोपियां के पूर्व सरपंच को हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकवादियों को हथियार सप्लाई करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। BJP चुप है! अब भी, लैपडॉग भाजपा पर सवाल उठाने की हिम्मत नहीं करेंगे, लेकिन सोनिया गांधी को इस पर भी बोलने के लिए कहेंगे!'
नीरज भाटिया(जिन्होंने अपने ट्विटर परिचय में लिखा है कांग्रेस के साथ) ने लिखा है, यहां भि कमल खिल गया संतरों!
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आरोपी को छह दिन की हिरासत में भेजा गया, NIA को मीर से पूछताछ के दौरान अन्य संपर्कों की जानकारी मिलने की भी उम्मीद है
एक अधिकारी ने कहा कि गिरफ्तार व्यक्ति की पहचान तारिक मीर के तौर पर हुई है। आरोपी वर्ष 2014 में भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर राज्य विधानसभा का चुनाव लड़ चुका है। वह हार गया था। एनआईए ने उसे विशेष अदालत के समक्ष पेश किया, जहां से उसे छह दिन की हिरासत में भेज दिया गया। एजेंसी को मीर से पूछताछ के दौरान अन्य संपर्कों की जानकारी मिलने की भी उम्मीद है।
नेशनल कॉन्फ्रेंस के टिकट पर भी चुनाव लड़ चुका है
दक्षिण कश्मीर के सोपियां जिले के मालडूरा के रहने वाले तारिक मीर को जम्मू से गिरफ्तार किया गया और उस पर विभिन्न आतंकी संगठनों को हथियार मुहैया कराने में संलिप्त होने का आरोप है। नेशनल कॉन्फ्रेंस के टिकट पर सरपंच चुने गए मीर ने वर्ष 2014 में वासी विधानसभा सीट से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा था लेकिन उसे लगभग 1,000 वोट ही मिल सके थे।
इस वर्ष जनवरी में डीएसपी को दो आतंकियों और एक अलगाववादी कार्यकर्ता के साथ गिरफ्तार किया गया था। आरोप है कि तत्कालीन डीएसपी इन सभी को कश्मीर घाटी से चंडीगढ़ लेकर जा रहा था। गिरफ्तारी के बाद डीएसपी को निलंबित कर दिया गया था।