ट्विटर पर चर्चित आईपीएस डी रूपा और आईएएस अवनीश शरण में ट्विटर पर भिड़ंत हो गई। जिसके बाद दोनों के ट्वीट चर्चाओं में है।सारा विवाद गीता के एक श्लोक से शुरू हुआ। असल में आईपीएस डी रूपा ने अपने अधिकारिक ट्विटर हैंडल पर एक गीता का श्लोक पोस्ट किया। जिसके बाद आईएएस अवनीश शरण ने इस पर एक तंज भरा ट्वीट कर दिया। हालांकि उस ट्वीट को अवनीश शरण ने हटा दिया। जिसके बाद डी. रूपा ने अवनीश शरण को नसीहत देते हुए एक और ट्वीट किया। जिसमें उन्होंने संस्कृत भाषा में लिखा, 'परित्राणाय साधूनां विनाशाय च दुष्कृताम्, धर्मसंस्थापनार्थाय सम्भवामि युगे-युगे।
डी रूपा के इस ट्वीट को रिट्वीट करते हुए अवनीश शरण ने लिखा, 'आप जैसी वरिष्ठ अधिकारी से यह आशा नहीं थी मैम...सॉरी। लेकिन मामला यहीं खत्म नहीं हुआ है।
इसके बाद फिर रूपा ने लिखा,''यह संस्कृत के खिलाफ आपके पूर्वाग्रह को दर्शाता है। यहां धर्म का मतलब सही के साथ खड़ा होना है। कई जगह पुलिस विभाग का तो 'दुष्ट शिक्षक, शिष्ट रक्षक' सिद्धांत और लोगो है। इसका भी यही मतलब है, जो इस श्लोक में है और मैंने तो इसे किसी संदर्भ के साथ जोड़ा ही नहीं है...सत्यमेव जयते।''
इसके अलावा भी रूपा ने एक और ट्वीट करते हुए लिखा, ''अवनीश शरण कृपया आप सुप्रीम कोर्ट का आदर्श वाक्य देखें - "यतो धर्म ततो जया"। इसके अलावा एक और बात न हि ज्ञानेन सदृशं (जो कई विश्वविद्यालयों का एक आदर्श वाक्य है)जिसका अर्थ है कि ज्ञान की तुलना में गीता के Ch 4 से फिर कुछ भी नहीं है। आशा करता हूँ की ये आपके काम आएगा।''
बता दें कि डी रूपा वर्तमान में रेलवे में आईजीपी के तौर पर तैनात हैं। 2009 बैच के आईएएस अधिकारी अवनीश शरण को वर्तमान में छत्तीसगढ़ के कबीरधाम जिले में कलेक्टर के रूप में तैनात हैं।