33 साल से केवल चाय पीकर जिंदा, स्थानीय लोग चाय वाली चाची के नाम से जानते हैं, डॉक्टर भी हैरान
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: January 8, 2021 02:29 PM2021-01-08T14:29:10+5:302021-01-08T14:30:07+5:30
छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले के बैकुंठपुर विकासखंड के बरिदया गांव में रहती हैं. 44 वर्ष की चाय वाली चाची के पिता रितराम बताते हैं कि जब वह छठवीं कक्षा में थी, तब से ही उसने भोजन को छोड़ दिया.
कोरियाः छत्तीसगढ़ की एक महिला पिछले 30 वर्षों से भी ज्यादा समय से केवल चाय पीकर जिंदा हैं. ताज्जुब तो यह है कि वे पूरी तरह से स्वस्थ भी हैं.
छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले में रहने वाली यह महिला सिर्फ चाय पीकर पिछले 33 वर्षों से जिंदा है और पूरी तरह स्वस्थ हैं. इस महिला को देखकर डॉक्टर भी हैरत में हैं. स्थानीय लोग उन्हें चाय वाली चाची के नाम से जानते हैं. इनका नाम है पल्ली देवी, जो कोरिया जिले के बैकुंठपुर विकासखंड के बरिदया गांव में रहती हैं.
परिवार के लोगों की माने तो उन्होंने 33 वर्षों से अन्न-जल को मुंह तक नहीं लगाया और केवल चाय पर अपने को जिंदा रखा है. कोरिया जिला मुख्यालय से महज 15 किलोमीटर दूर बरिदया नाम का एक गांव है, जहां पल्ली देवी अपने पिता के घर पर रहती हैं. 44 वर्ष की चाय वाली चाची के पिता रितराम बताते हैं कि जब वह छठवीं कक्षा में थी, तब से ही उसने भोजन को छोड़ दिया.
भाई का कहना है कि जब से हमने होश संभाला है, अपनी बहन को इसी तरह देखते आ रहे हैं. दिन ढलने के बाद चाय पीती हैं और इसी के सहारे रहती हैं. पल्ली देवी की साल 1985 में शादी हुई, लेकिन पहली बार वापस आने के बाद दोबारा नही गईं. डॉक्टरों की जांच में बीमारी का नहीं चला पता उनके एक अन्य भाई बिहारी लाल ने बताया कि परिवार में जिस जगह से दूध आता था, वहां पैसे देने में विलंब हो गया था.
दूध वाले ने परिवार को खरी-खोटी सुनाई थी. इससे नाराज होकर पल्ली देवी लाल चाय पीने लगी. पल्ली देवी को डॉक्टरों को भी दिखाया ताकि यह पता किया जा सके कि कहीं उन्हें कोई बीमारी तो नहीं है. डॉक्टरों की जांच में उन्हें किसी बीमारी का पता भी नहीं चल सका.
कोरिया के जिला अस्पताल के डॉ. एस.के .गुप्ता का कहना है कि वैज्ञानिक नजरिये से एक व्यक्ति 33 सालों तक सिर्फ चाय पीकर जिंदा नहीं रह सकता है. यह इस बात से बिल्कुल अलग है कि लोग 9 दिनों के लिए नवरात्रि पर व्रत रखते हैं और केवल चाय पीते हैं. लेकिन 33 साल बहुत ज्यादा होते हैं और यह संभव नहीं है.