भाजपा के वरिष्ठ नेता और करीमपुर विधानसभा उपचुनाव के उम्मीदवार जयप्रकाश मजूमदार के साथ नदिया जिले के फीपुलखोला इलाके में सोमवार को मतदान केन्द्र में दाखिल होते समय तृणमूल कार्यकर्ताओं ने कथित तौर पर मारपीट की। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। हैशटैग करीमपुर ट्रेंड में आ गया है। केंद्रीय मंत्री बाबूल सुप्रीयो ने भी इस घटना की आलोचना की है और अपने अधिकारिक ट्विटर हैंडल पर तृणमूल पार्टी के विरोध में वीडियो पोस्ट किया है। केंद्रीय मंत्री बाबूल सुप्रीयो ने कहा कि राज्य की तृणमूल सरकार की वह घोर आलोचना करते हैं।
टीवी फुटेज में कुछ लोग मजूमदार मारपीट करते दिखाई देते हैं। उन्होंने तृणमूल के ‘‘गुंडों’’ को इसके लिए जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि जख्म भर जाएंगे लेकिन यह घटना ‘‘पश्चिम बंगाल में लोकतंत्र के अंत’’ का ‘‘स्पष्ट’’ संकेत है।
भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि तृणमूल कार्यकर्ता फर्जी मतदाता थे जो मतदान को बाधित करने के इरादे से वहां इकट्ठे हुए थे। पश्चिम बंगाल में भाजपा इकाई के उपाध्यक्ष मजूमदार ने कहा, ‘‘ यह मुझे हताश नहीं करेगा और मैं हर मतदान केन्द्र पर जाना जारी रखूंगा। मैंने निर्वाचन आयोग से भी इसकी शिकायत की है।’’
मजूमदार के इन आरोपों को ‘‘निराधार’’ बताते हुए तृणमूल की नदिया जिला इकाई ने कहा कि स्थानीय लोगों ने उनपर हमला किया क्योंकि वे उनके द्वारा चुनावी माहौल खराब किए जाने से नाराज थे। इस बीच, निर्वाचन आयोग ने मामले पर रिपोर्ट मांगी है।
देखें सोशल मीडिया पर लोगों की प्रतिक्रिया
लोगों ने बीजेपी उम्मीदवार के पिटाई वाली वीडियो शेयर कर लिखा है कि टीएमसी के कायरों के लिए कोई शब्द नहीं है।
एक यूजर ने लिखा, चुनाव के दिन पश्चिम बंगाल में कोई लोकतंत्र नहीं बचा है।
वहीं एक वैरिफाइड यूजर ने लिखा है कि भाई-भतीजावाद को नकारें, हिंसा को खारिज करें, कट-पैसे की राजनीति को खारिज करें, TMC को खारिज करें!
टीवी फुटेज में कुछ लोग मजूमदार मारपीट करते दिखाई देते हैं। उन्होंने तृणमूल के ‘‘गुंडों’’ को इसके लिए जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि जख्म भर जाएंगे लेकिन यह घटना ‘‘पश्चिम बंगाल में लोकतंत्र के अंत’’ का ‘‘स्पष्ट’’ संकेत है।
भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि तृणमूल कार्यकर्ता फर्जी मतदाता थे जो मतदान को बाधित करने के इरादे से वहां इकट्ठे हुए थे। पश्चिम बंगाल में भाजपा इकाई के उपाध्यक्ष मजूमदार ने कहा, ‘‘ यह मुझे हताश नहीं करेगा और मैं हर मतदान केन्द्र पर जाना जारी रखूंगा। मैंने निर्वाचन आयोग से भी इसकी शिकायत की है।’’
मजूमदार के इन आरोपों को ‘‘निराधार’’ बताते हुए तृणमूल की नदिया जिला इकाई ने कहा कि स्थानीय लोगों ने उनपर हमला किया क्योंकि वे उनके द्वारा चुनावी माहौल खराब किए जाने से नाराज थे। इस बीच, निर्वाचन आयोग ने मामले पर रिपोर्ट मांगी है।