पटनाः बिहार के कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने एकबार फिर से अपनी ही सरकार की फजीहत करा दी है। कृषि मंत्री कैमूर में एक बार फिर अपने विभाग के अधिकारियों को चोर बताते हुए कहा कि उनके विभाग के अधिकारी भ्रष्ट हो चुके हैं। माप-तौल विभाग के अधिकारी लोगों से 25 हजार से लेकर 50 हजार रुपए तक की वसूली करते हैं।
उन्होंने कार्यक्रम में मौजूद लोगों से यहां तक कह दिया कि अगर माप तौल विभाग के अधिकारी अगर सड़क पर वसूली करते दिख जाएं तो उन्हें जूता से पीटिएगा। उन्होंने कहा कि पिछले 17 सालों में बिहार का पूरा सिस्टम जर्जर हो गया है। मंत्री ने कहा कि माप तौल अधिकारी दिख जाए तो उसे जूता से पीटिएगा।
अपना मोबाइल नंबर 9431076005 दिया और कहा कि इसे नोट कर लें। अधिकारी उन्हें परेशान करते हैं तो फोन कर बताएं। जांच कराने के बाद कार्रवाई की जाएगी। दरअसल, कृषि मंत्री सुधाकर सिंह रविवार को कैमूर के भगवानपुर में आयोजित किसान संगोष्ठी को संबोधित करने के लिए पहुंचे थे।
संगोष्ठी को संबोधित करते हुए सुधाकर सिंह ने एक वाक्ये का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि एक पेट्रोल पंप पर रात के 10 बजे माप तौल अधिकारी ने 10 लीटर तेल लिया। पेट्रोल पंप कर्मी ने जब पैसे की मांग किया तो उसने कहा कि रजिस्टर पर लिख दीजिए। शिकायत मिलते ही संज्ञान लिया। वह अधिकारी आज की तारीख में निलंबित हो गया है। लेकिन जब भी वह दिखाई दे तो उसे आप लोग जूता से पीटिएगा।
इस दौरान उन्होंने आरोप लगाया कि बीज निगम द्वारा किसानों को फर्जी बीज दिया गया है। समय से पहले ही बीज में बालियां लग गई और फसल की गुणवत्ता काफी खराब है। एक सप्ताह के भीतर पूरे मामले की जांच होगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। किसानों की दुर्दशा पर मंत्री ने कहा कि सैकड़ों सालों से किसान खेती करते आ रहे हैं।
तब उर्वरक नहीं था, ना वैज्ञानिक थे न कृषि अनुसंधान केंद्र थे। किसान अनाज का उत्पादन करते करते दुबले पतले हो गए और इसका उपभोग करने वाले लोग मोटे हो गए। पूरे सिस्टम को दुरुस्त करने में वक्त लगेगा लेकिन निश्चित तौर पर किसानों की समस्या का समाधान होगा, किसानों की आय दुगनी होगी।
उधर, कृषि मंत्री के आरोप ने उनके अपने दल राजद और सहयोगी जदयू को नाराज कर दिया है। कृषि मंत्री द्वारा घूस मांगनेवाले अधिकारियों को जूते चप्पल से पीटने की बात कहे जाने पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बड़ी नसीहत दी है। उन्होंने कहा है कि हमारे यहां 2005 में जबसे मुख्यमंत्री बना हूं, तब से भ्रष्ट अधिकारियों पर क्या कार्रवाई हुई है, यह बताने की जरूरत नही है।
उन्होंने सुधाकर सिंह को इशारों में साफ- साफ बता दिया गया है कि इस तरह अपने विभाग के अधिकारियों पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाना सही बात नहीं है। इस तरह का बयान बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। वहीं, दूसरी तरफ भाजपा सुधाकर सिंह के समर्थन में खड़ी नजर आ रही है।
भाजपा प्रवक्ता राम सागर सिंह कहते हैं कि कृषि मंत्री सुधाकर सिंह अपने विभाग के अधिकारियों को घुसखोर कहने का साहस कर कार्रवाई की बात कह रहे हैं। उनकी हिम्मत को दाद देनी चाहिए। जो इस भ्रष्ट सरकार में इस तरह का साहस दिखा रहे हैं। इसकी वजह से गठबंधन सरकार को बेचैनी हो रही है। लेकिन उनके मुहिम को हमारा समर्थन है।