नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में बीते गुरुवार (19 दिसंबर) देशभर में बवाल हुआ। इसी बीच कहीं पुलिस बहुत अक्रामक रूप में दिखी तो कहीं पुलिस ने मामले को बहुत शांत करवाने की कोशिश की। इसी बीच बेंगलुरु में प्रदर्शनकारियों को शांत कराने का पुलिस का एक वीडियो काफी वायरल हो रहा है। बेंगलुरु सेंट्रल इलाके में भी प्रदर्शन हिंसक न हो इसके लिए डीसीपी चेतन सिंह राठौर ने एक अनोखा तरीका अपनाया। वह खुद प्रदर्शनकारियों के बीच पहुंचे और माइक पर बात कर लोगों को उम्मीद दी कि वह उनकी बात सरकार को पहुंचाएगी। चेतन सिंह राठौर ने भीड़ को समझाया कि उनके बीच कुछ उन्मादी लोग भी हैं, जिससे सावधान रहने की जरूरत है। उन्होंने लोगों को शांत कराने के लिए राष्ट्रगान गाया व प्रदर्शनकारियों से भी साथ गाने की अपील की। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
इस वीडियो को कई लोगों ने शेयर किया है। वीडियो को शेयर करते हुए आप नेता संजय कुमार सिंह ने लिखा है, 'पुलिस के इस अधिकारी के जज्बे को सलाम इनकी जरूरत दिल्ली पुलिस को है जो हॉस्टल में घुसकर लड़कियों को मारती है दिव्यांगों को मारती है।' संजय सिंह यहां दिल्ली में हुए जामिया हिंसा की बात कर रहे हैं। जामिया में 15 दिसंबर को हिंसा हुए थे।
बता दें कि हालात को देखते हुए कर्नाटक के कई जिलों में धारा 144 लगाई गई है। वहां प्रशासन ने लोगों को किसी भी तरह के प्रदर्शन की इजाजत नहीं दी है। बेंगलुरु की बात करें तो यहां प्रदर्शन कर रहे मशहूर इतिहासकार व लेखक रामचंद्र गुहा को पुलिस ने हिरासत में लिया था। बाद में उनको रिहा कर दिया गया था। लखनऊ में भी एक शख्स की मौत की खबर है। यूपी के संभल में एक रोडवेज बस में आग लगा दी गई। नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के विरोध में बीते गुरुवार देश के कई हिस्सों से हिंसा व आगजनी की खबरें आईं। दिल्ली के लाल किला इलाके में पुलिस ने धारा 144 लागू कर दी थी।