नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले 'वीर बाल दिवस' कार्यक्रम में बोलते हुए सोमवार को मुगल शासक औरंगजेब का जिक्र करते हुए गुरु गोविंद सिंह के त्याग और बलिदान का जिक्र किया। पीएम मोदी ने कहा कि मुगल शासक और उनके लोग गुरु गोविंद सिंह के बच्चों का धर्म तलवार के दम पर बदलना चाहते थे।
'वीर बाल दिवस' कार्यक्रम में बोलते हुए पीएम मोदी ने गुरु गोविंद सिंह के बेटों जोरावर सिंह और फतेह सिंह को श्रद्धांजलि भी दी जिन्होंने धर्म की रक्षा के लिए अपनी जीवन को कुर्बान कर दिया।
पीएम मोदी के भाषण के बाद 'औरंगजेब' हुआ ट्विटर पर ट्रेंड
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, 'औरंगजेब और उनके लोग तलवार के दम पर गुरु गोबिंद सिंह के बच्चों का धर्म परिवर्तन करना चाहते थे, इसलिए उन्होंने दो मासूम बच्चों को मारने का फैसला किया। उस युग की कल्पना करें जब औरंगजेब के आतंक के खिलाफ और भारत को बदलने की उसकी योजनाओं के खिलाफ गुरु गोबिंद सिंह जी एक पहाड़ की तरह खड़े हो गए थे।'
उन्होंने आगे कहा, 'एक तरफ धार्मिक कट्टरता से अंधी हुई शक्तिशाली मुगल सल्तनत थी और दूसरी ओर भारत के प्राचीन सिद्धांतों के अनुसार ज्ञान और जीवन जीने वाले हमारे गुरु थे।'
पीएम मोदी के भाषण के कुछ अंश वायरल होने के बाद ट्विटर पर औरंगजेब शब्द भी ट्रेंड करने लगा।
कुछ यूजर्स ने सोशल मीडिया पर ये बात रखी कि पीएम मोदी ने 'मध्ययुगीन काल' के बारे में आखिर क्यों बात की और इस मुद्दे पर बोलना आज के लिए कितना प्रासंगिक था। वहीं, कई अन्य यूजर्स का मानना था कि औरंगजेब का उल्लेख जरूरी था क्योंकि 'उसने गुरु गोबिंद सिंह के बच्चों को मार डाला।'
पीएम मोदी ने यह भी कहा कि भारत जैसा गौरवशाली इतिहास वाला कोई भी देश आत्मविश्वास और स्वाभिमान से भरा होना चाहिए। हालांकि, उन्होंने साथ ही कहा कि कई मनगढ़ंत बातों को हीन भावना को बढ़ावा देने के लिए पेश किया जाता है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इतिहास के नाम पर लोगों को ऐसे पाठ पढ़ाए जा रहे हैं जो उनमें हीन भावना को बढ़ावा देते हैं। उन्होंने कहा कि 'अमृत काल' में आगे बढ़ने और भविष्य में भारत को सफलता की ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए हमें ऐसे तरीकों को असफल करना होगा और लोगों को अतीत के संकीर्ण विचारों से मुक्त होना होगा।