असम के उदरगुरी गांव में एक महिला ने डिस्पेंसरी जाते वक्त रास्ते में ही बच्चे को जन्म दिया। उदरगुरी गांव की महिला को जब प्रसव पीड़ा हुई तो उसके घरवाले फौरन उसे चरपाई लेटाकर पास के डिस्पेंसरी ले जा रहे थे। इसी दौरान महिला ने बच्चे को जन्म दिया। ऐसा पहली बार नहीं है, जब इस तरह का दयनीय मामला देखने को मिला है।
डिस्पेंसरी गांव से तकरीबन पांच किलोमीटर दूर है। महिला के परिवार वाले चारपाई को प्लास्टिक से ढ़क कर उसमें महिला को लिटा कर ले जा रहे थे। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। वीडियो को न्यूज एजेंसी एएनआई ने भी शेयर किया है।
बच्चे के जन्म के बाद महिला और नवजात दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों के मुताबिक महिला और बच्चे दोनों स्वस्थ हैं।
वीडियो के सोशल मीडिया पर आने पर लोग भारत सरकार की आलोचना कर रहे हैं।एक यूजर का कहना है कि एक और देश जहां चांद पर पहुंचना चाह रहा है और दूसरी ओर देश का ये हाल है।
वहीं एक और ट्विटर यूजर ने लिखा है- चांद पर पहुंचे या मंगल पर देश का यही हाल रहेगा।
कुछ यूजर मोदी सरकार को हेल्थ स्कीम को बेहतर करने की सलाह दे रहे हैं।
इससे पहले अगस्त के महीने में ही एक ऐसा वीडियो आंध्र प्रदेश से आया था। जहां एक प्रग्नेंट महिला को छह किलोमीटर दूर अस्पताल ले जाने के लिये लकड़ी और चादर से स्ट्रेचर बनाकर ले जाया गया था।