AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के खिलाफ सोशल मीडिया पर ये कहा जा रहा है कि उन्होंने देश के हिन्दुओं का अपमान किया है। ट्विटर पर टॉप ट्रेंड में #OwaisiInsultsHindus चल रहा है। इस हैशटैग के साथ लोग कह रहे हैं कि असदुद्दीन ओवैसी हमेशा से ही हिन्दू विरोधी बातें करते रहते हैं। लोगों ने इस बात पर भी गुस्सा जाहिर किया है कि आखिरकर ऐसे विवादित बयान देने वाले लोग लोकसभा चुनाव कैसे जीत जाते हैं। असदुद्दीन ओवैसी लोकसभा चुनाव-2019 में हैदराबाद लोकसभा सीट से भारी बहुमतों से जीते हैं। तो आइए बताते हैं कि आखिर सोशल मीडिया पर #OwaisiInsultsHindus क्यों ट्रेंड कर रहा है।
लोकसभा चुनाव 2019 के परिणाम के रुझान साफ होने जाने के बाद 23 मई असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि इस चुनाव में ईवीएम की हेराफेरी नहीं हुई है बल्कि हिन्दू दिमाग की हेराफेरी हुई है। ओवैसी इस बात की तरफ इशारा कर रहे थे कि बीजेपी ने चुनाव के दौरान हिंदूत्व के मुद्दे को हवा देकर चुनाव जीता है। उन्होंने कहा, मुझे चुनाव आयोग पर पूरा भरोसा है नतीजे सही आए हैं। 2014 के लोकसभा चुनाव के बाद भी ओवैसी ने कहा था कि पीएम मोदी ने देश में हिन्दू वोटबैंक को मजबूत कर मुस्लिम वोटबैंक के मिथक को तोड़ा है।
यही वजह है कि सोशल मीडिया पर असदुद्दीन ओवैसी का विरोध हो रहा है। लोगों का कहना है कि देश में नफरत फैलाने का काम असदुद्दीन ओवैसी का है। ओवैसी के इस बयान पर बीजीपे सांसद गिरिराज सिंह ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि ओवैसी नफरत फैलाने की कोशिश न करें। हैदराबाद लोकसभा सीट से चौथी बार जीते
असदुद्दीन ओवैसी ने तेलंगाना में हैदराबाद लोकसभा सीट पर लगातार चौथी बार जीत दर्ज की। ओवैसी इस सीट पर 2004 से जीतते आ रहे हैं। ओवैसी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के जे भगवंत राव को 2. 82 लाख वोटों के अंतर से हराया।
गौरतलब है कि 2014 में ओवैसी 5,13,868 वोट हासिल कर विजेता बने थे। उन्होंने भाजपा उम्मीदवार को 2,02,454 वोटों के अंतर से हराया था। हैदराबाद सीट परपंरागत रूप से एआईएमआईएम का गढ़ रहा है, जिसने अल्पसंख्यक बहुल इस निर्वाचन क्षेत्र में 1984 से अपनी पकड़ मजबूत बनाए रखी है। इस सीट पर उनसे पहले पार्टी के पूर्व प्रमुख एवं असदुद्दीन के पिता सुल्तान सलाहुद्दीन ओवैसी लगातार छह बार निर्वाचित हुए थे।