नागरिकता संसोधन कानून (CAA) और एनआरसी को लेकर आज (20 दिसंबर) भी देश के कई जगहों पर विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं। सोशल मीडिया पर #CAA_NRC_Protests टॉप ट्रेंड कर रहा है। इसी के साथ गृह मंत्री अमित शाह का नागरिकता संसोधन कानून और एनआरसी पर दिया एक इंटरव्यू का क्लिप वायरल किया जा रहा है। इस वीडियो में गृह मंत्री अमित शाह कहते हु्ए दिख रहे हैं कि आधार कार्ड और वोटर कार्ड नागरिकता का पैमान नहीं हो सकता है।
विनोद कापरी ने अमित शाह के इस इंटरव्यू वाले वीडियो को शेयर करते हुए लिखा है, एक तरफ सरकार डैमेज कंट्रोल करने के लिए सरकारी सूत्रों के हवाले से सफाई दे रही है कि एनआरसी के लिए आधार और वोटर कार्ड जैसे कागजात काफा होंगे पर दूसरी तरफ गृहमंत्री टीवी पर साफ बोल रहे हैं कि ''आधार और वोटर कार्ड से नागरिकता तय नहीं होती है और आधार से तो जरा भी तय नहीं होती है।''
एक यूजर ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा है, ''आधार कार्ड तो बिल्कुल भी नहीं होगा, वोटर कार्ड से भी नागरिकता नहीं साबित होगी। सुनिए गृहमंत्री जी को सुनिए।''
एक यूजर ने लिखा था, कल एक आरएसएस वाला मिला, CAB का समर्थन करते हुए बोला, जिसके पास आधार कार्ड है उसे नागरिकता मिल जाएगी। और इस इंटरव्यू में अमित शाह कह रहे हैं कि आधार कार्ड बेकार है। बेचारे मासूम भक्तों को भी यह सरकार चुना लगा रही है।
अमित शाह ने इंटरव्यू में और क्या-क्या कहा था?
गृहमंत्री अमित शाह ने 17 दिसंबर 2019 को एक टीवी को इंटरव्यू देते हुए कहा था कि जितना भी लोगों को विरोध करना है करें, हम पीछे नहीं हटेंगे। अमित शाह ने यह भी कहा है, मेरा खुला चैलेंज है कि आप देश के आगे कहिए कि पाकिस्तान, बांग्लादेश, अफगानिस्तान से आने वाले किसी भी व्यक्ति को हम नागरिक बनाएंगे।' आधार, पहचान पत्र को नागरिकता की पहचान मानने से इनकार करते हुए अमित शाह ने कहा कि रजिस्टर बनाना ही चाहिए। आखिर जो व्यक्ति इस देश का नागरिक है, उसे डर क्यों होना चाहिए।
अमित शाह ने कहा, 'आधार से किसी भी नागरिक की नागरिकता को तय नहीं कर सकती है। आधार का एक अलग उद्देश्य है। एनआरसी बनाना ही चाहिए। उसके बनाने से किसी का अन्याय नहीं होने वाला है। जो इस देश के नागरिक हैं उसके साथ अन्याय नहीं होगा। मुस्लिमों को विश्वास दिलाता हूं कि उनके साथ अन्याय नहीं होगा।'