रमाजन का पाक महीना शुरू हो गया है। आज पहला रोजा है और मुस्लिम समुदाय के लोग अगले एक महीने तक रोजा रखेंगे। इस्लामी कैलेंडर का नौवां महीना रमजान है जिसे अरबी भाषा में रमादान कहते हैं। नौवें महीने यानी रमजान को 610 ईस्वी में पैगंबर मोहम्मद पर कुरान प्रकट होने के बाद मुसलमानों के लिए पवित्र घोषित किया गया था। रोजे रखना इस्लाम के पांच स्तंभों (कलमा, नमाज, जकात, रोजा और हज ) में से एक है। अल्लाह रोजेदार और इबादत करने वालों की दुआ कूबुल करता है और इस पवित्र महीने में गुनाहों से बख्शीश मिलती है। इस आर्टिकल में हम आपको बता रहे हैं कि रमजान के दिनों आपको किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए जिससे आपका रोजा मकरूह न हो और रोजा टूटे नहीं। इसके अलावा आपको यह भी जानने को मिलेगा कि किन-किन कारणों से रोजा नहीं टूटता है।