13 अप्रैल, 1919 की उस वैसाखी पर कुछ प्रदर्शनकारी और पर्यटक जलियांवाला बाग में मौजूद थे, तभी जनरल डायर अपनी अंग्रेजी फ़ौज के साथ वहां पहुंच गया और करीब 10 मिनट तक बिना रुके गोलियां बरसाई। ब्रिटिश सरकार के आंकड़े के अनुसार 379 लोगों की मौत हुई थी और तकरीबन 1200 लोग घायल या बुरी तरह से जख्मी हुए थे। लेकिन अन्य सूत्रों के अनुसार इस घटना में करीब हजार लोगों ने अपनी जान गवाई थी।