नवजोत कौर सिद्धू ने पंजाब में दो कांग्रेसी विधायकों के बेटों को सरकारी नौकरी दिए जाने पर उठाए सवाल, कही ये बात
By दीप्ती कुमारी | Published: June 20, 2021 10:03 AM2021-06-20T10:03:27+5:302021-06-20T10:03:27+5:30
पंजाब की पूर्व विधायक नवजोत कौर सिद्धू ने विधायक बेटों को सरकारी नौकरी दिए जाने का विरोध किया है । दरअसल सत्तारूढ़ पार्टी के दो विधायकों के बेटों को पंजाब सरकार ने विशेष मामले के तहत नौकरी दी थी ।
चंडीगढ़: पंजाब की पूर्व विधायक नवजोत कौर सिद्धू ने सत्तारूढ़ पार्टी के दो विधायकों के बेटों को सरकारी नौकरी देने के पंजाब सरकार के फैसले की शनिवार को कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा कि नौकरी पाने के लिए केवल योग्यता मानदंड होना चाहिए ।
दरअसल उनका यह बयान तब आया, जब पंजाब सरकार द्वारा कांग्रेस के दो विधायकों के बेटों को पुलिस इंस्पेक्टर और नायब तहसीलदार के पद पर नियुक्त करने के निर्णय के एक दिन बाद आया । उन्हें "विशेष मामले" के तहत इस पद पर नियुक्त किया गया है ।
कांग्रेस के दो विधायकों फतेह जंग सिंह बाजवा और राकेश पांडे के बेटों को दयालुता के आधार पर नियुक्त करने का फैसला कैबिनेट की बैठक में लिया गया । अर्जुन प्रताप सिंह बाजवा को पंजाब पुलिस में इंस्पेक्टर और भीष्म पांडे को राज्य के राजस्व विभाग में नायब तहसीलदार के रूप में नियुक्त किया गया था ।
इस पर पत्रकारों से बात करते हुए नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी ने कहा कि बिना योग्यता के किसी को कोई भी पद नहीं दिया जाना चाहिए । खासकर उन लोगों को जो पहले से ही आर्थिक रूप से संपन्न है।
नवजोत कौर सिद्धू ने कहा कि बल्कि यह पद किसी खिलाड़ी या स्वतंत्रता सेनानी के परिवार के सदस्यो को दिया जा सकता था ।
उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता कि आप बिना कोई परीक्षा पास किए तहसीलदार या पुलिस के रूप में शामिल हो सकते हैं । नवजोत सिंह सिद्धू के सवाल पर उनकी पत्नी ने कहा कि पार्टी ने उन्हें इंतजार करने को कहा है । पार्टी का फैसला आने के बाद पंजाब के हित में फैसला लिया जाएगा ।