वीडियो लीक मामला: चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी 24 सितंबर तक बंद, दो वॉर्डन को भी सस्पेंड किया गया
By विनीत कुमार | Published: September 19, 2022 10:49 AM2022-09-19T10:49:37+5:302022-09-19T11:10:54+5:30
वीडियो लीक कांड सामने आने और छात्र-छात्राओं के बड़े पैमाने पर प्रदर्शन के बाद चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी को 24 सितंबर तक बंद कर दिया गया है। हॉस्टल की दो वार्डन को भी सस्पेंड किया गया है।
चंडीगढ़: मोहाली में हॉस्टल में रहने वाली छात्राओं के कथित आपत्तिजनक वीडियो वायरल किए जाने के मामले में चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने कार्रवाई करते हुए वॉर्डन राजविंदर कौर सहित एक और वॉर्डन को सस्पेंड कर दिया है। साथ ही यूनिवर्सिटी को भी शनिवार तक के लिए बंद कर दिया गया है। यह मामला कल सामने आया था, जिसके बाद छात्र-छात्राओं ने बड़े पैमाने पर प्रदर्शन किया था। वहीं, मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी रविवार को मामले की जांच के आदेश दे दिए।
सस्पेंड की गई एक वॉर्डन का वीडियो भी रविवार को वायरल हुआ था जिसमें वह वीडियो वायरल कराने वाली और हिरासत में ली जा चुकी आरोपी छात्रा को फटकार लगाती नजर आ रही है। ऐसे आरोप हैं कि वॉर्डन ने मामले के खुलासे के बाद तत्काल पुलिस को सूचना नहीं दी थी। साथ ही वॉर्डन ने विरोध कर रही लड़कियों को भी डांट लगाई थी।
Punjab | Chandigarh University closed till 24th Sept; a few students seen leaving for their homes.
— ANI (@ANI) September 19, 2022
Students' protest erupted in the campus yesterday over the University's alleged 'leaked objectional videos' row. Two accused arrested & one detained in connection with the matter. pic.twitter.com/BJraCQUr5J
गौरतलब है कि पुलिस ने आरोपी लड़की सहित हिमाचल प्रदेश से 23 वर्षीय एक युवक को गिरफ्तार किया गया है जिसे उक्त छात्रा का बॉयफ्रेंड बताया जा रहा है। आरोपी है कि लड़की ने इसी युवक को वीडियो भेजे थे। पुलिस हालांकि अभी तक यही कह रही है कि आरोपी लड़की ने केवल अपना वीडियो भेजा था। पुलिस ने कहा कि आरोपी लड़की के फोन की जांच की गई है और उसमें केवल चार वीडियो मिले और वह सभी उसी के थे।
हिमाचल प्रदेश पुलिस ने इस मामले में 31 वर्षीय एक अन्य व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया है। पंजाब की अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक गुरप्रीत देव ने संवाददाताओं से कहा कि ऐसा लगता है कि आरोपी छात्रा ने अपना एक वीडियो युवक के साथ साझा किया और किसी अन्य छात्रा का कोई आपत्तिजनक वीडियो नहीं मिला है।
विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने भी उन खबरों को झूठी व निराधार बताकर खारिज कर दिया, जिनमें दावा किया गया था कि विश्वविद्यालय के छात्रावास में कई छात्राओं के वीडियो बनाए गए और सोशल मीडिया पर साझा किए गए तथा कई छात्रों ने इस प्रकरण के बाद आत्महत्या का प्रयास किया।