देश की आजादी 1947 के बाद आज जो माहौल है, उसे देखकर तो यही लगता है कि हम आज भी विकास नहीं कर पाए हैं। सोशल मीडिया ने जिस कदर देश में हिंसा का माहौर बनाया है, उस निकल पाना अब काफी मुश्किल हो रहे हैं। देश में कई सांप्रदायिक हिंसा के पीछे सिर्फ सोसल मीडिया यही वजह बन रही है। सोशल मीडिया ने भारत को जितनी तेजी से एक स्मार्ट कंट्री के रूप में उभारा है उतनी ही तेजी से इसने समाज के हर वर्ग को शिकार भी बनाया है। आज हर वर्ग का इंसान सोशल मीडिया से जुड़ा हुआ है।