''वैक्सीन से इंसान बन सकता है मगरमच्छ महिलाओं को दाढ़ी''ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो (Jair Bolsonaro) ने कोरोना वायरस की वैक्सीन पर अजीबो गरीब बयान दिया है। वे लगातार कोरोना वैक्सीन के खिलाफ हमलावर हैं। उन्होंने यहां तक कह दिया है कि अमेरिकी कंपनी Pfizer और उसकी जर्मन पार्टनर BioNTech की वैक्सीन से लोग मगरमच्छ बन सकते हैं। दाढ़ी वाली महिलाओं में तब्दील हो सकते हैं। बोल्सोनारो महामारी की शुरुआत से ही इसकी गंभीरता को नकारते आ रहे हैं। हद तो तब हो गई जब उन्होंने ऐलान कर दिया कि वह वैक्सीन नहीं लेंगे। जबकि देश में वैक्सिनेशन शुरू हो चुका है। ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोल्सनारो के फाइजर / बायोएनटेक वैक्सीन के साइड इफेक्ट पर दिए बयान के बाद उन्हें सोशल मीडिया पर लोगों ने जमकर ट्रोल करना शुरू कर दिया और फनी मीम्स की बाढ़ सी आ गई है। लोग जमकर उनका मजाक उड़ा रहे हैं।बोल्सोनारो ने कहा था- 'Pfizer के साथ समझौते में साफ है कि हम (कंपनी) किसी साइड इफेक्ट के लिए जिम्मेदार नहीं हैं। अगर आप मगरमच्छ में तब्दील हो जाते हैं, तो यह आपकी समस्या है।' ब्राजील में वैक्सीन का टेस्ट कई हफ्तों से चल रहा था और ब्रिटेन-अमेरिका में ट्रायल के बाहर भी लोगों को वैक्सीन दी जा रही है। उन्होंने आगे कहा, 'अगर आप सुपरह्यूमन बन जाते हैं, महिलाओं को दाढ़ी आ जाती है या पुरुष महिलाओं की आवाज में बोलने लगते हैं, तो वे इसके जिम्मेदार नहीं होंगे।'देश में वैक्सिनेशन कैंपेन की शुरुआत करते हुए बोल्सोनारो ने बताया कि वैक्सीन फ्री होगी लेकिन अनिवार्य नहीं। हालांकि, देश के सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि वैक्सीन लेना जरूरी है लेकिन लोगों पर इसे फोर्स नहीं किया जा सकता है। इसका मतलब है कि वैक्सीन नहीं लेने पर लोगों पर जुर्माना लगाया जा सकता है, सार्वजनिक स्थानों से प्रतिबंधित किया जा सकता है लेकिन जबरदस्ती वैक्सीन नहीं दी जा सकती है।रूस की कोरोना वायरस वैक्सीन स्पुतनिक वी को बनाने वाली कंपनी ने कुछ दिन पहले ही दावा किया था कि यह वायरस के खिलाफ 91.5 फीसदी कारगर है। कंपनी ने बताया कि वैक्सीन के क्लिनिकल ट्रायल के डेटा के तीन फाइनल कंट्रोल प्वाइंट एनालिसिस करने के बाद यह रिजल्ट सामने आया है। पहले कंट्रोल प्वाइंट में वैक्सीन का 92 फीसदी प्रभाव दिखा, जबकि दूसरे कंट्रोल प्वाइंट में यह आंकड़ा 91.4 फीसदी आया।ब्राजील में 71 लाख से ज्यादा लोग कोरोना वायरस की चपेट में आ चुके हैं और 1.85 लाख से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं। बोल्सोनारो ने कहा है कि वैक्सीन को ब्राजील की रेग्युलेटरी एजेंसी Anvisa से सर्टिफिकेशन मिलने के बाद उन्हें छोड़कर हर किसी को वैक्सीन मिल सकेगी। उन्होंने साफ किया है कि वह वैक्सीन नहीं लेंगे। आपको बता दें कि बोल्सोनारो को कोरोना वायरस इन्फेक्शन जुलाई में हो चुका है।