12 साल की उम्र में लड़कियां गुड्डे-गुड़ियों से खेलती हैं. अपने आंगन में यहां-वहां दौड़ती है. 12 साल की उम्र होती ही क्या है. इस उम्र में नन्हें पैर उछल-कूद करते हैं. लेकिन उसकी किस्मत ऐसी नहीं थी. इस उम्र में उसे अपने घर पहुंचने के लिए 100 किलोमीटर चलना पड़ा. वो अब जहां है उसे वहां नहीं हो नहीं चाहिए था. घर पहुंचने की खातिर इतनी लंबी दूरी तय की लेकिन वो अब अपने घरवालों से हमेशा के लिए दूर हो गयी है. तीन दिन तक चलते-चलते चूर हो गयी तो बेसुध होकर गिर पड़ी. लॉकडाउन में वो पैदल ही तेलंगाना से छत्तीसगढ़ में अपने घर तक 100 किलोमीटर चलती रही लेकिन पहुंच नहीं सकी. ये 12 साल की जमलो मड़कम की यात्रा थी. जमलो ने अपने घर पहुंचने से 14 किलोमीटर पहले दम तोड़ दिया.