नई दिल्ली: कोरोना वायरस के बाद अब एक और वायरस चर्चा में है। इस वायरस का नाम है एच3एन3 इन्फ्लुएंजा वायरस। कर्नाटक राज्य में इस वायरस से पहली मौत का भी मामला सामने आ चुका है। दक्षिणी राज्य में इस वायरस से पीड़ित एक वृद्ध व्यक्ति की मौत की पुष्टि हुई है। हरियाणा में भी एच3एन3 इन्फ्लुएंजा वायरस से एक व्यक्ति की मौत का बताया जा रहा है, हालांकि आधिकारिक रूप से इसकी पुष्टि होना बाकी है। आखिरकार एच3एन3 इन्फ्लुएंजा वायरस किस प्रकार का संक्रमण है? यह कितना खतरनाक है, यह कैसे फैलता है और इस वायरस के क्या बचाव हैं? आइए जानते हैं इन सभी महत्वपूर्ण सवालों के जवाब।
क्या है एच3एन3 इन्फ्लुएंजा वायरस?
एच3एन3 (H3N2 Influenza Virus) एक इन्फ्लुएंजा वायरस है जो श्वसन तंत्र को प्रभावित करता है। यह वायरस पक्षियों और स्तनधारियों को भी संक्रमित कर सकता है। पक्षी और अन्य जानवरों में, यह कई उपभेदों में बदलने में सक्षम है। रोग नियंत्रण केंद्र (सीडीसी) और विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, एच3एन2 इन्फ्लुएंजा ए वायरस का एक उपप्रकार है, जो मानव इन्फ्लूएंजा का एक महत्वपूर्ण कारण है।
एच3एन3 इन्फ्लुएंजा वायरस के लक्षण
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, एच3एन3 इन्फ्लुएंजा वायरस के लक्षणों में बुखार और खांसी से लेकर गंभीर निमोनिया, तीव्र श्वसन संकट सिंड्रोम, सदमा आदि हैं। इस वायरस के कुछ सामान्य लक्षण इस प्रकार हैं:
ठंड लगनाखाँसीबुखारजी मिचलानाउल्टी करनागले में दर्द/गले में खराशमांसपेशियों और शरीर में दर्दकुछ मामलों में, दस्तछींक आना और नाक बहना
कितना खतरनाक है एच3एन3?
यदि किसी व्यक्ति को सांस लेने में कठिनाई, सीने में दर्द या बेचैनी का अनुभव होता है, लगातार बुखार और भोजन करते समय गले में दर्द होता है, तो डॉक्टर को दिखाना बहुत जरूरी है। क्योंकि यह वायरस व्यक्ति की जान लेने में सक्षम है। गर्भवती महिलाओं, छोटे बच्चों, बुजुर्ग वयस्कों, और अंतर्निहित चिकित्सा समस्याओं वाले व्यक्तियों को फ्लू से संबंधित जटिलताओं का अधिक खतरा होता है।
कैसे फैलता है यह वारस?
एच3एन3 वायरस बहुत तेजी से फैलता है। इसे अत्यंत संक्रामक वायरस की श्रेणी में रखा गया है। यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में खांसने, छींकने या किसी संक्रमित व्यक्ति द्वारा बात करने पर निकलने वाली बूंदों के माध्यम से फैलता है। यह तब भी फैल सकता है जब कोई किसी ऐसी सतह के संपर्क में आने के बाद अपने मुंह या नाक को छूता है जिस पर वायरस होता है।
कैसे बचें इस वायरस से?
अपने हाथों को नियमित रूप से पानी और साबुन से धोएंफेस मास्क पहनें और भीड़-भाड़ वाली जगहों से बचेंअपनी नाक और मुंह को छूने से बचेंखांसते और छींकते समय अपनी नाक और मुंह को अच्छी तरह से ढक लेंहाइड्रेटेड रहें और खूब सारे तरल पदार्थों का सेवन करें