शरद पवार का जन्म 12 दिसंबर 1940 को पुणे के बारामती गांव में हुआ था। पवार महाराष्ट्र के प्रमुख नेता में शुमार हैं। वह एनपीसी प्रमुख हैं। वह केंद्र में रक्षा और कृषि मंत्री रह चुके हैं। वह बीसीसीआई के अध्यक्ष रह चुके हैं। सांसद सुप्रिया सुले पवार की बेटी हैं। वह महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। Read More
पूर्व मुख्यमंत्री शंकरराव चव्हाण के पुत्र और वरिष्ठ कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण ने भी कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली है। अशोक चव्हाण 2008 से 2010 तक तत्कालीन कांग्रेस-राकांपा राज्य सरकार के मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं। इसके अलावा राकांपा विधायक अदिति ...
अपना पूरा नाम ‘आदित्य रश्मि उद्धव ठाकरे’ लेने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘मेरी मां खुद को राजनीति से दूर रखती है। मेरे विधानसभा चुनाव लड़ने का निर्णय करने से पहले उन्होंने मुझसे भी पूछा था कि क्या मैं राजनीति में आने के लिए तैयार हूं।’’ ...
उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में महाराष्ट्र विकास अघाड़ी की सरकार का गठन 28 नवंबर को हुआ था। ठाकरे के साथ कांग्रेस के बालासाहेब थोराट, नितिन राउत और शिवसेना के एकनाथ शिंदे और सुभाष देसाई तथा राकांपा के जयंत पाटिल और छगन भुजबल ने उसी दिन शपथ ले ली थी। महारा ...
अजित पवार की छवि एक सख्त प्रशासक की है। पवार अपने पारंपरिक विधानसभा क्षेत्र बारामती में बेहद लोकप्रिय हैं। दादा के नाम से मशहूर अजित ने 1980 के दशक में शरद पवार के सानिध्य में जमीनी राजनीति के गुर सीखे। ...
महाराष्ट्र सरकार में उनकी हैसियत नंबर 2 की रहेगी। अजित पवार राजनीति के मंझे खिलाड़ी हैं। अभी कहा जा रहा था कि शायद ही वह मंत्रिमंडल में शामिल हो। कुछ समय पहले ही अजित पवार भाजपा नेता और राज्य के पूर्व सीएम देवेंद्र फड़नवीस के साथ मिलकर सरकार बना ली थ ...
भाजपा सरकार बनाने में एनसीपी नेता धनंजय मुंडे ने बेहद अहम भूमिका निभाई है। शनिवार सुबह राजभवन में जब देवेंद्र फड़नवीस सीएम व अजित पवार डिप्टी सीएम पद की शपथ ले रहे थे, तब वहां एनसीपी नेता धनंजय मुंडे भी मौजूद थे। ...
पवार ने यहां बालेवाडी स्टेडियम में एक खेल-कूद कार्यक्रम का उद्घाटन करने के बाद संवाददाताओं से कहा कि राज्य में मंत्रिमंडल विस्तार 30 दिसंबर को होगा। मीडिया की खबरों और राज्य के विभिन्न नेताओं के बयानों से संकेत मिला है कि बारामती के विधायक महाराष्ट्र ...
राज्य में लोकसभा और विधानसभा चुनाव में दोनों भगवा पार्टियों भाजपा व शिवसेना ने अपना दम खम दिखाया। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस और राकांपा ने खराब प्रदर्शन किया। वहीं, भाजपा ने विधानसभा चुनाव से ठीक पहले जब इन दोनों दलों के कई शीर्ष नेताओं को अपने पाले म ...