वसंत पंचमी या सरस्वती पूजा का उत्तर भारत में बहुत महत्व है। यह विद्या और संगीत की देवी मां सरस्वती की उपासना का दिन है। हिंदू पंचांगों के अनुसार ये वसंत पंचमी का पर्व हर साल माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी को मनाया जाता है। ऐसी भी मान्यता है कि इसी दिन ब्रह्मा जी ने माता सरस्वती की रचना की थी। Read More
बसंत पंचमी पर मां सरस्वती की आराधना के समय सस्वती चालीसा का पाठ जरूर करना चाहिए। इसके पाठ से भक्तों के अंदर अज्ञानता का अंधकार दूर होता है और ज्ञान प्रकाश पुंज उनके अंदर समाहित होता है। ...
आज हिन्दुओं का महत्वपूर्म पर्व बसंत पंचमी पूरे देश में उल्लास के साथ मनाया जा रहा है। इस दिन के महत्व का खाका खींचते बड़े-बुजुर्ग की कई कहानियां याद आती हैं। आज ही के दिन सरस्वती पूजा भी होती है। सरस्वती पूजा की बात हो और सूर्यकांत त्रिपाठी निराला क ...
सरस्वती पूजा का विशेष पर्व बसंत पंचमी इस बार 16 फरवरी (मंगलवार) को पूरे देश में मनाया जा रहा है। हिंदू धर्म में इस पर्व का विशेष महत्व है और इसलिए हर साल माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी को संगीत और ज्ञान की देवी माता सरस्वती का पूजन पूरे विधि-विधान ...
Basant Panchami 2021: बसंत पंचमी के दिन माता सरस्वती को पूजने की परंपरा रही है। इस दिन से वसंत ऋृतु के आगमन की भी मान्यता है। इस बार ये पर्व 16 फरवरी को मनाया जा रहा है। ...
Basant Panchami 2021: बसंत पंचमी के दिन हिंदू धर्म में कामदेव की पूजा करने की भी परंपरा है। ऐसी मान्यता है कि कामदेव अगर नहीं हों तो प्रेम का भाव प्राणियों से खत्म हो जाएगा। इसलिए कामदेव को विशेष स्थान प्राप्त है। ...