सचिन पायलट राजस्थान के उप-मुख्यमंत्री हैं। सचिन दिवंगत कांग्रेस नेता राजेश पायलट के बेटे हैं। सचिन पायलट 2004 में अपने पिता के निर्वाचन क्षेत्र दौसा से 26 साल की उम्र में सांसद चुने गए थे और इसके साथ ही वे सबसे युवा सांसद सदस्य भी बने। बहरहाल, राजस्थान में 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में वे कांग्रेस की जीत के सूत्रधार रहे हालांकि, इसके बावजूद अशोक गहलोत के राज्य के मुख्यमंत्री बनने के बाद उनकी कांग्रेस से नाराजगी सामने आती रही है। Read More
Top News: राजस्थान में जहां आज से विधानसभा सत्र की शुरुआत हो रही है वहीं, बसपा विधायकों के कांग्रेस में विलय पर सुनवाई भी राजस्थान हाई कोर्ट में होगी। दूसरी ओर प्रशांत भूषण के खिलाफ अवमानना कार्यवाही में आज सुप्रीम कोर्ट का फैसला आ सकता है ...
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि हमें गर्व है हम उस पार्टी के सिपाही हैं जिस पार्टी का त्याग, बलिदान, कुर्बानी का इतिहास रहा है। इसलिए मैं कहना चाहूंगा कि जो बातें हुई हैं, इन सबको भूलना है। ...
20 जून के बाद ये दोनों नेताओं की पहली मुलाकात है। दोनों ने आपस में हाथ मिलाए और मुस्कुराकर एक-दूसरे का अभिवादन किया। इसके बाद मुख्यमंत्री निवास पर होटल फेयरमोंट से पहुंचे विधायकों के साथ कांग्रेस विधायक दल की बैठक शुरू हो गई। ...
तीन दिन पहले ही पायलट की कांग्रेस से सुलह हुई और मंगलवार को वे और उनके 18 विधायक बाड़ेबंदी से निकलकर जयपुर लौट आए। पायलट और गहलोत की मुलाकात गहलोत के घर विधायक दल की बैठक से पहले हुई। इसमें शुक्रवार से शुरू हो रहे विधानसभा सत्र की स्ट्रैटजी पर चर्चा ...
राजस्थान में लगभग एक महीने से जारी सियासी खींचतान के बाद विधानसभा का सत्र शुक्रवार से शुरू होगा। मुख्य विपक्षी दल भाजपा द्वारा सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाए जाने की घोषणा के बीच विधानसभा का यह सत्र काफी हंगामेदार रहने की संभावना है। ...
कांग्रेस में बगावत के बाद यह पाॅलिटिकल मैसेज भी गया है कि बीजेपी में भी सियासी दरार है, बीजेपी के पास कुल 75 वोट हैं, यदि अविश्वास प्रस्ताव के खिलाफ कम-से-कम इतने वोट मिल जाएंगे, तो यह साफ हो पाएगा कि बीजेपी एकजुट है. ...