राजस्थान में सियासी खींचतानः कांग्रेस में था, आज भी हूं और आगे भी रहूंगा, विधायक विश्वेंद्र सिंह बोले- पार्टी एकजुट, भाजपा को हराएंगे
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: August 13, 2020 07:58 PM2020-08-13T19:58:48+5:302020-08-13T19:58:48+5:30
राजस्थान में लगभग एक महीने से जारी सियासी खींचतान के बाद विधानसभा का सत्र शुक्रवार से शुरू होगा। मुख्य विपक्षी दल भाजपा द्वारा सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाए जाने की घोषणा के बीच विधानसभा का यह सत्र काफी हंगामेदार रहने की संभावना है।
जयपुरः राजस्थान में सियासी जंग जारी है। कल विधानसभा का सत्र शुरू हो रहा है। भाजपा ने बैठक के बाद कहा कि हम अविश्वास प्रस्ताव लाएंगे।
राजस्थान में लगभग एक महीने से जारी सियासी खींचतान के बाद विधानसभा का सत्र शुक्रवार से शुरू होगा। मुख्य विपक्षी दल भाजपा द्वारा सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाए जाने की घोषणा के बीच विधानसभा का यह सत्र काफी हंगामेदार रहने की संभावना है।
CLP बैठक के बाद कांग्रेस विधायक विश्वेंद्र सिंह ने कहा कि कांग्रेस एकजुट है। मुख्यमंत्री CLP नेता हैं और सब उनका सम्मान करते हैं। अगर भाजपा चाहती हो तो वो कल अविश्वास प्रस्ताव ला सकती है ये उनका काम है।
एक महीने तक हमने जो भी सुना और सहा वो आपके सामने है लेकिन हम लोग अपनी मर्यादा में रहे। मैं स्पष्ट करना चाहता हूं, मैं पहले भी कांग्रेस में था जब कांग्रेस से हटाया गया तब भी और आज भी कांग्रेस में हूं और आगे भी कांग्रेस में रहूंगा।
CLP मीटिंग के बाद के. सी. वेणुगोपाल ने कहा कि सबकुछ अच्छे से हो गया। अब कांग्रेस परिवार एक साथ है, हम मिलकर भाजपा की गंदी राजनीति के खिलाफ लड़ेंगे। कल विधानसभा में कांग्रेस पार्टी एकजुटता से खड़ी होगी।
CM has said that if anyone has any complaint they can meet him, whenever they want: Vishvendra Singh, Congress MLA after CLP meeting. #Rajasthanhttps://t.co/00R6M4fL69
— ANI (@ANI) August 13, 2020
गहलोत सरकार विश्वास प्रस्ताव पेश लाएगी
अशोक गहलोत की अगुवाई वाली कांग्रेस सरकार ने विधानसभा के शुक्रवार से शुरू हो रहे सत्र में विश्वास प्रस्ताव लाने का फैसला किया है। पार्टी के एक नेता ने कहा,' विधायक दल की यहां हुई बैठक में यह घोषणा की गयी कि विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव लाया जाएगा।' विधायक दल की बैठक में मुख्यमंत्री गहलोत ने विधायकों से अब तक हुई बातों को भूलकर आगे बढ़ने को कहा। विधानसभा का पांचवां सत्र शुक्रवार से शुरू हो रहा है।
कांग्रेस व उसके सहयोगी दलों के विधायकों की बैठक हुई तो भाजपा व उसके घटक दल ने भी बैठक की
विधानसभा सत्र शुरू होने से ठीक एक दिन पहले बृहस्पतिवार को सत्तारूढ़ कांग्रेस व उसके सहयोगी दलों के विधायकों की बैठक हुई तो भाजपा व उसके घटक दल ने भी बैठक की। कांग्रेस ने अपने दो विधायकों विश्वेंद्र सिंह तथा भंवरलाल शर्मा का निलंबन रद्द किया। लेकिन दिन की सबसे महत्वपूर्ण घटना पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट की मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात रही।
लगभग एक महीने की सियासी खींचतान का एक तरह से पटाक्षेप करते हुए दोनों नेता मुख्यमंत्री निवास में मिले। इससे पहले भाजपा की विधायक दल में पार्टी ने कांग्रेस सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने का फैसला किया। बैठक के बाद नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि विधानसभा के शुक्रवार से शुरू हो रहे सत्र में अविश्वास प्रस्ताव लाया जाएगा। कटारिया ने कहा,' हम अपनी तरफ से अविश्वास प्रस्ताव लेकर आ रहे हैं। हमने अपने प्रस्ताव में उन सारे बिंदुओं को लिया है जो आज राजस्थान में ज्वलंत हैं।'
सुबह मुख्यमंत्री गहलोत ने ट्वीट किया कि 'हमें फॉरगेट एन्ड फॉरगिव, आपस में भूलो और माफ करो और आगे बढ़ो की भावना के साथ लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई में लगना है।' इसके बाद कांग्रेस ने गहलोत सरकार के खिलाफ बगावत करने वाले विधायक विश्वेंद्र सिंह तथा भंवर लाल शर्मा का निलंबन बृहस्पतिवार को रद्द कर दिया। संगठन महासचिव और राजस्थान प्रभारी अविनाश पांडे ने ट्वीट कर कहा कि व्यापक विचार विमर्श के बाद इन दोनों विधायकों का निलंबन रद्द किया गया है।
शाम में पायलट मुख्यमंत्री निवास पहुंचे और मुख्यमंत्री गहलोत से मिले। बैठक में गहलोत व पायलट के साथ कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, पार्टी के प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे व पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा भी मौजूद थे। इसके बाद कांग्रेस विधायक दल की बैठक मुख्यमंत्री निवास में हुई जिसमें गहलोत, पायलट के साथ साथ कांग्रेस व उनके समर्थक विधायक भी शामिल हुए। इस बीच अधिकारियों ने बताया कि विधानसभा सत्र को लेकर सारी तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं।
विधानसभा सूत्रों ने बताया पन्द्रहवीं राजस्थान विधानसभा का पांचवां सत्र शुक्रवार 14 अगस्त को 11 बजे से होगा। इसमें कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए बरती जाने वाली सावधानियों को ध्यान में रखते हुए विधानसभा में पुख्ता व्यवस्थाएं की गई हैं । इस बार विधानसभा सत्र के दौरान दर्शक, विशिष्ट और अध्यक्ष दीर्घा के लिए प्रवेश पत्र नहीं बनाये जायेंगे।
राजस्थान विधानसभा के सचिव प्रमिल कुमार माथुर ने बताया कि प्रवेश द्वारों पर हाथ धोने और सेनेटाइज किये जाने वाली मशीनें पर्याप्त संख्या में लगाई गई है। चार पहिया वाहन को भी विधानसभा परिसर में प्रवेश करते ही सेनेटाइज मशीन से निकालना होगा। उन्होनें बताया कि कोरोना से बचाव के लिए अपनाई जाने वाली सभी सावधानियों को दृष्टिगत रखते हुए विधानसभा सत्र के लिये आवश्यक व्यवस्थाएं पूरी कर ली गई हैं। भाषा पृथ्वी कुंज रंजन रंजन