भारतीय संसद (राज्य सभा और लोक सभा) की हर साल होने वाली तीन बैठकों को संसद सत्र कहते हैं। इन सत्रों में सभी विधायी कार्य पूरे किये जाते हैं। भारतीय संविधान के अनुसार संसद के दो सत्रों के बीच छह महीने से ज्यादा अंतराल नहीं होना चाहिए। इस वजह से हर साल संसद के कम से कम दो सत्र जरूर आयोजित होते हैं।संसद का बज़ट सत्र फ़रवरी से मई के बीच आहुत होता है। संसद का मॉनसून सत्र जुलाई से सितम्बर के बीच आहुत होता है। संसद का शीतकालीन सत्र नवंबर से दिसंबर के बीच आयोजित होता है। बज़ट सत्र के दौरान भारत सरकार अपना सालाना या अंतरिम बज़ट पेश करती है। इस बज़ट में सरकार वार्षिक आय और व्यय का लेखा-जोखा पेश करती है। Read More
चौधरी ने यह मुद्दा उठाते हुए कहा कि विज्ञापन एवं दृश्य प्रचार निदेशालय (डीएवीपी) ने मीडिया को विज्ञापन के भुगतान की व्यवस्था को डिजिटल स्वरूप प्रदान किया है। इसका मकसद व्यवस्था में पारदर्शिता लाना बताया गया है। लेकिन इसके बहाने अनेक मीडिया वालों का व ...
निचले सदन में शून्यकाल के दौरान तिवारी ने कहा कि पश्चिम एशिया में जो घटनाक्रम चल रहा है, उसका भारत की ऊर्जा सुरक्षा पर गंभीर प्रभाव पड़ने वाला है । ओमान की खाड़ी से 80 प्रतिशत कच्चे तेल का आवागमन होता है और वहां की परिस्थिति खतरनाक बनती जा रही है। ...
राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए राज्यसभा में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा ‘‘ऐसे अवसर बहुत कम आते हैं जब चुनाव स्वयं जनता लड़ती है। 2019 का चुनाव दलों से परे देश की जनता लड़ रही थी। ’’ ...
तृणमूल कांग्रेस से पहली बार सांसद चुनी गई महुआ जेपी मार्गन की पूर्व उपाध्यक्ष हैं। लोकसभा में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण पर जारी चर्चा के दौरान महुआ ने सभी लोकसभा सदस्य का ध्यान अपनी ओर खींचा। ...
मोदी ने सत्रहवीं लोकसभा में दिए अपने पहले ही भाषण में प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की कर्तव्यों को प्राथमिकता देने की बात को याद करते हुए नये भारत के निर्माण के सपने को पूरा करने के लिये सभी से कर्तव्य के मार्ग पर चलने का आह्वान किया। ...
लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण प्रस्ताव पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को आपातकाल का जिक्र करते हुए कहा कि आज 25 जून है और (1975 में) उस रात को ‘‘देश की आत्मा को कुचल दिया गया था। देश के मीडिया को दबोच द ...
कोई भी ऐसा साक्ष्य दिखा दें कि 2004 से 2014 तक शासन में बैठे हुए लोगों ने कभी पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी या नरसिंह राव सरकार की तारीफ की हो। उन्होंने कांग्रेस का नाम लिये बिना कहा, ‘‘इस सदन में बैठे हुए इन लोगों ने तो एक बार भी मनमोहन सिंह ...
उन्होंने लोकसभा चुनाव के नतीजों को जनता द्वारा सरकार की ‘सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय’ नीति का अनुमोदन करार दिया। लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘ कई दशकों बाद देश ने एक मजबूत जनादेश ...